हुड्डा को कांग्रेस ने पूरी तरह से कमान देकर एक बेहतरीन काम किया क्योंकि आम जनता में उनकी पैठ है : अशोक अरोड़ा

punjabkesari.in Tuesday, May 03, 2022 - 06:16 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): प्रदेश के पूर्व मंत्री पूर्व विधानसभा स्पीकर एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने कहां है कि हरियाणा का कांग्रेस संगठन अब प्रदेश अध्यक्ष उदय भान तथा नेता प्रतिपक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा में एकजुट होकर जनता में सक्रिय रहेगा तथा आने वाले चुनाव में हरियाणा के अंदर हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस ने पूरी तरह से कमान देकर एक बेहतरीन काम किया क्योंकि आम जनता में उनकी पैठ है व जनता उन्हें पसंद करती है।

अशोक अरोड़ा ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता के रूप में जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। लोगों को विकल्प के रूप में कांग्रेस नजर आई है।  लगातार आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे नेताओं पर बोलते हुए अरोड़ा ने कहा कि टिकट के चहेते अलग ठिकाना ढूंढ रहे हैं। पहले प्रदेश में नेताओं की टिकट के लिए पहली पसंद भाजपा, दूसरे कांग्रेस और तीसरी जेजेपी थी। अब पहली पसंद कांग्रेस है। कुछ नेता जहां की हवा चलती है, वही भाग लेते हैं।पश्चिम बंगाल में सरकार बनने पर ममता की पार्टी में नेताओं का लगातार शामिल होना सामने आया। अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है। अगर कल मुस्लिम लीग की बनेगी तो बहुत से लोग उसमें भी शामिल हो जाएंगे।

अशोक अरोड़ा ने कहा कि  आज देश महंगाई से त्राहिमाम-त्राहिमाम किए हुए हैं। भ्रष्टाचार, बेरोजगारी चरम सीमा पर है। पंजाब में बनी आम आदमी पार्टी की सरकार लंबे चौड़े वायदे करके सत्ता पर आसीन हुई। लेकिन पंजाब की आर्थिक हालत ऐसी है कि इस बोझ को सहन नहीं कर सकती। इसीलिए पंजाब की जनता को गुमराह करने व अपने किए वादों पर लोगों का ध्यान ना जाए भटकाने के लिए आम आदमी पार्टी सक्रिय नजर आ रही है।

अरोड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का 40 फ़ीसदी हक है। हरियाणा किसी से भीख नहीं मांग रहा। हरियाणा के मुख्यमंत्री को एस वाई एल की लड़ाई लड़नी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने  जिसमें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने का प्रस्ताव पास हुआ था। लेकिन आज तक प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री ने मिलने तक का समय नहीं लिया। इससे इस सरकार की सोच का पता लगता है। प्रदेश सरकार को विधानसभा में तुरंत प्रभाव से एक प्रस्ताव पास करना चाहिए कि केंद्र जल्द से जल्द एसवाईएल का निर्माण करें। केंद्र ने इसका निर्माण करना है और केंद्र-राज्य दोनों ही जगह भाजपा की सरकार है। आज हरियाणा की प्यासी धरती को एसवाईएल की जरूरत है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के आधार पर केंद्र सरकार को यह कदम उठाना चाहिए।

अशोक अरोड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ की अलग विधानपालिका की जरूरत को नकारते हुए अरोड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ में अपना मेयर बनता है। चंडीगढ़ पर पंजाब हरियाणा का 60- 40 फ़ीसदी अधिकार है। अभी तक बहुत से मुद्दों पर विवाद नहीं सुलझा है। एसवाईएल के पानी और अबोहर- फाजिल्का के 107 हिंदी भाषी गांव हरियाणा को दिए गए। अगर चंडीगढ़ की विधानसभा बना दी गई तो पंजाब और हरियाणा दोनों ही अपना अधिकार नहीं छोड़ेंगे। इसलिए इसकी जरूरत नहीं है।


 


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Content Writer

Isha

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