जिले की मंडियों में सरसों व गेहूं की लगी ढेरियां, आने वाले किसानों को अनाज डालने के लिए नहीं मिल पा रही जगह

punjabkesari.in Wednesday, Apr 29, 2020 - 09:20 AM (IST)

चरखी दादरी : जिले की मंडियां अनाज से अटी पड़ी है। गोदामों के आगे लोडिंग गाड़ियों की लंबी लंबी लाइनें लगी हुई हैं। लेबर की कमी के चलते मंडियों से अगर कुछ उठान भी हो जाता है तो गोदामों में लेबर की कमी के चलते गाड़ियां दो से तीन दिन में खाली हो पा रही हैं। मंडी प्रधान के अनुसार जितनी लेबर की दरकार मंडी और गोदामों में हैं उससे एक चौथाई भी लेबर नहीं लगी हुई। वहीं वेयर हाउस के मैनेजर का कहना है कि हमने बार-बार ठेकेदार को कहा कि लेबर को बढ़ाने लेकिन लेबर कहीं मिल ही नहीं पा रही।

एक तो बार-बार मौसम में हो रहा बदलाव किसानों और आढ़तियों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर लिफ्टिंग और गाड़ियों के खाली न होने के कारण भी आढ़ती और किसान की परेशान हो रहे हैं। आढ़ती की दुकान के सामने पड़े अनाज की जिम्मेवारी उसी की होने के कारण बारिश से बचाने के लिए उसे भी काफी कसरत करनी पड़ती है। वहीं जगह जब तक खाली ना हो जाए तो आने वाले किसान अपने अनाज को कहां उतारेंगे। ये एक काफी बड़ी समस्या है।

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हर गोदाम में होने चाहिए 8 से 10 प्वाइंट
इस समय सरसों और गेहूं की खरीद का कार्य चल रहा है। गेहूं रखने के लिए घसौला गांव में बने हुए गोदाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां पूरे जिलेभर की मंडियों में खरीदा गया गेहूं पहुंच रहा है। गेहूं उतारने की प्वाइंट कम होने कारण यहां गाड़ियों की लंबी लंबी लाइनें लगी हुई है। सरसों के लिए शहर के लोहारू रोड़ पर बने गोदाम और गांव कोहलावास में बने गोदामों में सरसों उतारी जा रहा है। लोहारू रोड वाले गोदाम में तो मंगलवार को मुशि्कल से तीन से चार की प्वाइंट बने हुए थे। इस कारण मेन सड़क पर लंबी कतार लगी हुई थी। यहीं हाल कोहलावास के गोदाम का है यहां भी 8 से 10 प्वाइंट होने चाहिए, लेकिन चल रहे हैं मात्र 4 से 5 प्वाइंट।

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हर प्वाइंट पर हो कम से कम 10 लोग
तीनों गोदामों में कम से कम 30 प्वाइंट होने चाहिएं। 30 प्वाईंट होने का मतलब की 300 के करीबन लोग गाड़ियों को खाली करने के लिए होने चाहिएं। प्रत्येक प्वाइंट पर 10 के करीबन लोग उतारने वाले होंगे तभी जाकर समस्या का समाधान हो पाएगा। फिलहाल सभी गोदामों पर 10 लोग भी कार्य नहीं कर पा रहे हैं। इसी कारण लिफ्टिंग और गाड़ी करने में समस्या बनी हुई है।

हमने ठेकेदार को बार बार बोला है कि लेबर की संख्या बढ़ाओं ताकि समय पर गाड़ियां खाली हो सके। ठेकेदार का कहना है कि कहीं भी आदमी नहीं मिल पा रहे। ऐसे में जो भी लेबर है काम तो फिलहाल उन्हीं से चलाना पड़ेगा। फिर भी हमारी कोशिश जारी है कि लेबर की संख्या में बढ़ौतरी जल्द से जल्द से की जाए ताकि जमींदार और आढ़ती को किसी प्रकार की समस्या ना हो। हम बार बार संबंधित विभाग के अधिकारियों से मांग कर रहे हैं, लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही। मौसम में बार बार हो रहे बदलाव के कारण अनाज के खराब होने का डर भी सता रहा है। सरकार की मनमानी के चलते सबकुछ ऐसा हो रहा है। इन्हीं की कमी के कारण लेबर नहीं मिल पा रही है।

 

 

 


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Edited By

Manisha rana

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