'मैडम कैसे करें पढ़ाई, न स्कूल का भवन, न प्रयोगशाला'

punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2020 - 05:47 PM (IST)

झज्जर(प्रवीण)- उचित सुविधाएं मुहैया न कराए जाने को लेकर झज्जर के प्रारम्भ स्कूल के छात्रों द्वारा दो रोज पूर्व दिए गए धरने को प्रबन्धन द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद उठा दिए जाने से बेशक प्रबन्धन ने राहत की सांस ले ली हो, लेकिन स्कूल में हो रही परेशानी के चलते आज भी स्कूल के छात्रों द्वारा अपनी जुबान से परेशानी की बातें बताकर आंखें नम हो जाती है। इन छात्रों ने इस मामले में कुछ रोज पूर्व झज्जर की विधायक व प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुकी। गीता भुक्कल को पत्र लिखकर स्कूल का दौरा करने व उनकी परेशानी के हालात जानने के लिए पत्र व्यवहार करने के साथ-साथ कई ने फोन पर भी बात की थी। शनिवार को इस मसले की तह तक जाने के लिए गीता भुक्कल झज्जर-बहादुरगढ़ रोड़ पर स्थित प्रारम्भ स्कूल पहुंची।

यहां स्कूल के अनेक छात्र-छात्राओं ने विधायक केसामने स्कूल के प्रबन्धन द्वारा सुविधाएं मुहैया न कराए जाने की सारी बातें बताई। स्कूल के विद्यार्थियों का कहना था कि उनका स्कूल किराए के उस भवन में चल रहा है जहां पर न तो प्रयोगशाला है और न हीं स्कूल छात्रों की संख्या के मुताबिक कमरें। उनका कहना था कि मौजूदा समय में स्कूल के अन्दर 17 राज्यों के तीन सौ से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। लेकिन किराए के भवन में उन्हें केवल सात कमरों में ही शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है।

छात्राओं ने नम आंखों से बताया कि हॉस्टल से स्कूल के बीच रास्तें पड़ोसी कॉलेज के छात्र उन पर फब्तियां कसते है और कई छात्र ने स्कूल में ही गर्ल्स टॉयलेट के सामने आकर खड़े हो जाते है जिसके लिए उन्हें पूरा माहौल असुरक्षित महसूस हो रहा है। अपनी मांगों का एक ज्ञापन विद्यार्थियों ने विधायक गीता भुक्कल को सौंपा। ज्ञापन लेने के बाद विधायक ने विद्यार्थियों की सारी परेशानियों को विस सत्र में उठाने की मांग की। उन्होंने मौके से ही एसपी को फोन कर यहां पर अस्थाई पुलिस चौकी बनाने व नियमित रूप से मुहिला पुलिस की गश्त कराने के बारे में कहा।

यह बोली विधायक:
प्रारम्भ स्कूल के विद्यार्थियों ने काफी परेशानी उन्हें बताई है। साढ़े 6 साल पहले विदेशी कन्सैप्ट लकर झज्जर में प्रारम्भ स्कूल खुलवाया गया था। कांग्रेस शासन में स्कूल भवन के लिए जमीन के अधिग्रहण करने व उसके निर्माण के लिए बजट अलॉट भी कर दिया गया था। लेकिन सरकार बदलने के बाद न तो स्कूल का उसका भवन ही मिल पाया और न ही बच्चों को सुरक्षित माहौल ही सरकार दे पाई। पूरा मामला विस सत्र में उठाया जाएगा। प्रयास यहीं है कि बच्चों को व खासकर छात्राओं को सुरक्षित माहौल दिया जा सके।


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Isha

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