मनोहर लाल दीपावली पर्व मनाने पहुंचे मोरनी के गांव मरोग, इस क्षेत्र में दिए विकास के संकेत

punjabkesari.in Sunday, Oct 23, 2022 - 06:01 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : लगातार हर कदम पर अंतोदय की सोच के साथ कदम ताल कदम आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक उदाहरण पेश करने के साथ-साथ एक तीर से कई निशाने रविवार को दीपावली के अवसर पर लगाए।

मोरनी का गाँव मरोग जिसमें आज तक के इतिहास में पहले का कोई मुख्यमंत्री ही नहीं बल्कि कभी कोई बड़ा नेता तक अपने उम्मीदवार के लिए वोट मांगने तक यहां नहीं पहुंचा। क्षेत्र की हालत ऐसी कि आधुनिक सुविधाएं तो दूर मूलभूत सुविधाएं भी इस क्षेत्र को आज तक छू नहीं सकी। साढे़ पांच किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह से ना केवल कच्चा बल्कि भयंकर कीचड़ से लबालब भरा हुआ है। क्षेत्र के बच्चे एजुकेशन के लिए पूरी तरह से कालका-पंचकूला पर आज भी पूरी तरह से निर्भर हैं। गांव के प्राइमरी स्कूल में पहुंचकर आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ग्रामवासियों और भाजपा संगठन के लोगों के साथ दीपावली मनाने के कदम ने जहां इन लोगों के लिए विकास के विकल्प खोल दिए हैं, साथ ही रोजगार से कोसों दूर इन लोगों को अब मुख्यमंत्री के इस कदम से उम्मीद की किरण नजर आनेे लगी है। 

हरियाणा का एक मात्र पर्वतीय क्षेत्र मोरनी को पर्यटक स्थल के रूप में स्थापित करने की सोच के साथ मुख्यमंत्री ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। अब मुख्यमंत्री का यह कदम भी इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र बनाने की ओर संकेत दे रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री की बातें साफ तौर पर नहीं तो परोक्ष रूप से इस प्रकार का एक संदेेेश जरूर दे रही थी, लेकिन आचार संहिता होने के कारण मुख्यमंत्री ने किसी प्रकार की कोई घोषणा नहीं की। मनोहर लाल का इस प्रकार से क्षेत्र के आम जनमानस के बीच पहुंचना कोई पहली बार नहीं, बल्कि संगठन केेेे प्रचार के लिए भी वह यहां अतीत में आ चुके है। इसलिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस क्षेत्र की परेशानियों से पहले ही परिचित है। सीएम खट्टर द्वारा केवल औपचारिकता करने के लिए ही यह कदम नहीं उठाया बल्कि उन्होंनेे इस क्षेत्र के लोगों से बड़ी गहनता से बातचीत करके क्षेत्र की समस्याएं भी जानी। क्षेत्र में कितने लोग सरकारी नौकरी पर है, यह क्षेत्र किस स्तर तक पर्यटन के मामले में सुदृढ़ हो सकता है। उसके सवाल पर लोगों ने मुख्यमंत्री को सरकार की मदद मिलने पर ना केवल क्षेत्रीय लोगों बल्कि सरकार के लिए भी इसे फायदे का सौदा बताया।

मोरनी-टिक्कर ताल की तर्ज पर अब इस क्षेत्र का भी विकास सरकार द्वारा करवाया जाना लगभग तय हो चुका है। मनोहर लाल इस क्षेत्र से पहले से ही पूरी तरह से परिचित हैं। मुख्यमंत्री के इस आगमन और दीपावली पर्व पर अपनेे पुराने संगठन के साथियों और आम जनमानस के साथ बैठक करना-विचार विमर्श करना और क्षेत्र की समस्याओं को जानना प्रशासन के लिए एक साफ संकेत के साथ-साथ कड़ा संदेश भी माना जा सकता है। मुख्यमंत्री के आगमन के बाद अब प्रशासन क्षेत्र की अनदेखी तो कतई नहीं करेगा बल्कि पर्यटन स्थल बनाने को लेकर सार्थक प्रयास भी होते देखेे जाना तय है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा अपने पुराने कई साथियों से बहुत खुशी से मिलना और उन्हें नाम के साथ बुलाना उनकी बेहद सरल सोच और विचार को दर्शाने के लिए काफी थे।

दीपावली के पावन पर्व को इन लोगों के साथ मनाकर बेहद खुश नजर आ रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले ही इस क्षेत्र में सुविधाएं मिलनी शुरू हुई है। इस क्षेत्र के लोग हमेशा पार्टी संगठन के प्रति पूरी तरह से निष्ठावान रहे हैं। इनकी हमेशा पार्टी के प्रति आस्था रही है। पिछले 40 साल से इस गांव में लगातार हर माह 10 तारीख को मंडल की नियमित बैठक इनकी पार्टी के प्रति सकारात्मक सोच को दर्शाने के लिए काफी है। उन्होंने कहा कि शायद पहली बार मीडिया के लोग भी यहां पहुंचे होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि क्षेत्र के लोगों ने कुछ डिमांड विकास को लेकर की है। जिन पर आचार संहिता के बाद कार्यवाही शुरू हो जाएगी। यह क्षेत्र पूरी तरह से हरा-भरा और हिमाचल के साथ लगता क्षेत्र है और पर्यटन के आने की यहां पूरी संभावनाएं हैं, इस और सरकार कदम अवश्य बढ़ाएगी।
 


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Content Writer

Manisha rana

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