बाजरे की खरीदी को लेकर हंगामा, पीएम-कृषि मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

punjabkesari.in Thursday, Oct 07, 2021 - 10:21 AM (IST)

रेवाड़ी (योगेंद्र सिंह) : हरियाणा में धान खरीदी के बाद अब बाजरे की खरीदी को लेकर किसानों ने जमकर हंगामा किया। सरकार ने भावांतर भरपाई योजना के तहत छह सो रुपए देने की बात कही हे लेकिन बाजरे की खरीद सरकारी स्तर पर एमएसपी पर कराने की मांग को लेकर कोसली में किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया। दक्षिण हरियाणा उत्थान मंच व किसान सेवा संगठन के बैनर तले एकत्रित हुए किसानों ने सांकेतिक धरना भी दिया।

उसके बाद किसान भवन से नारेबाजी करते हुए किसान कोसली के मिनी सचिवालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने एमएसपी पर बाजरे की खरीद को लेकर पीएम एवं कृषि मंत्री के नाम का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। इस अवसर पर किसानों ने जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना है कि दक्षिण हरियाणा के साथ हमेशा से भेदभाव होता आ रहा है। जिसकी मार किसानों पर पड़ रही है।

पहलते तो प्रकृति की मार से किसानों की बाजरे की फसल खराब हो गई, अब सरकार ने बाजरे की खरीद से इंकार कर दिया है। सरकार भावांतर भरपाई योजना के नाम पर सरकार किसानों को ठगने का काम कर रही है। सभी ने चेतावनी दी कि उन्हें कमजोर ना समझे, दो दिन में यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह तहसील के बाहर धरना देकर आंदोलन करेंगे। सर्वविदित हो कि दक्षिण हरियाणा में इस सीजन में बाजरे की फसल होती है। सरकार ने बाजरे की सरकारी खरीद ना कर भावांतर भरपाई योजना में शामिल कर छह सौ रुपए प्रति क्विंटल देने की बात कही, इससे किसानों में रोष है। एक दिन पहले ही चंडीगढ़ में आधा दर्जन विधायकों ने सीएम से मुलाकात कर भरपाई योजना की राशि बढ़ाने की मांग की थी। इसके लिए तर्क दिया था कि बाजरे का एमएसपी 2250 रुपए है। बाजारा 1200 क्विंटल बिक रहा है जबकि सरकार मात्र छह सौ रुपए दे रही है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है।


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Content Writer

Isha

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