रेत का खेल : खनन कंपनी ने बिना इजाजत बना दिया यमुना में पुल, अधिकारियों ने आंखें मूंदीं
punjabkesari.in Friday, Apr 15, 2022 - 05:59 PM (IST)
सोनीपत ; अधिकारियों की शह पर रेत का खेल जारी है। अब एक माइनिंग कंपनी ने टिकोला में नियमों को धत्ता बताते हुए यमुना में खनन के लिए पुल का निर्माण कर यमुना के बहाव से छेड़छाड़ करने का दुस्साहस किया है। खास बात यह है कि कई दिनों से पुल बनाया जा रहा था, लेकिन सुबह-शाम गश्त का दावा करने वाले सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। खनन कंपनी को पिछले दिनों शर्तों के अनुसार किस्तें जमा नहीं करवाने के कारण सस्पैंड कर दिया गया था, जिसे अब फिर से शुरू किया जा रहा है।
बताया गया है कि खनन कंपनी को बकाया राशि को निर्धारित समय पर चुकता करने की शर्त पर खनन शुरू करने की इजाजत मिली है। नियम यह है कि खनन कंपनी को इजाजत मिलने के बाद अस्थाई पथ बनाने के लिए पूरा प्लान खनन विभाग को भेजा जाना होता है। इसके बाद खनन विभाग इस प्लान को मंजूरी देकर सिंचाई विभाग के पास भेजता है, लेकिन खनन कंपनी ने खनन विभाग के पास इसकी कोई प्लानिंग नहीं भेजी है। साथ ही पुल बनाने से पहले शर्तों के अनुसार निर्धारित रकम भी जमा नहीं करवाई गई है।
शिकायत में बताया गया है कि टिकोला में आनंद सिंह एंड कंपनी 2016 से खनन कर रही है। पट्टे पर खनन की मंजूरी देते हुए सरकार ने इसकी किस्त एक करोड़ रुपए सालाना निर्धारित की थी, लेकिन बाद में अदालत ने यह किस्त घटाकर 45 लाख रुपए प्रतिमाह कर दी थी। 6 फरवरी 2020 को किस्तें जमा नहीं करवाने के आरोप में इस खान को सस्पैंड कर दिया गया था। इसके बाद करीब एक साल तक बंद रहने के बाद 28 जनवरी 2021 को खनन विभाग के डी.जी. ने इस खान को सशर्त चलाने की अनुमति दे दी थी।
ठेकेदार ने कुछ रकम जमा करवाकर बाकी रकम 9 माह के भीतर जमा करवाने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 7 मार्च 2021 से 17 सितम्बर 2021 तक बिना किस्त भरे ही खनन चालू रखा गया। अब कंपनी ने फिर से खनन शुरू करने की इजाजत ली है, लेकिन उसके लिए शर्त रखी गई है। माना जा रहा है कि कंपनी कुछ अधिकारियों से मिलीभगत करके ऐसा कर रही है। जिला खनन अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि टिकोला में खनन के लिए पुल बनाने संबंधी कोई फाइल उनके पास नहीं आई है। अगर कंपनी पुल बना रही है तो यह नियमों के विरुद्ध है। उधर, इस संबंध में सिंचाई विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।