MSP का फॉर्मूला सही मायनों में किसान को लाभ पहुंचाने वाला नहीं : डूमरखां

punjabkesari.in Sunday, Oct 24, 2021 - 03:14 PM (IST)

भिवानी(अशोक): पूर्व केंद्रीय मंत्री विरेंद्र सिंह डूमरखां ने राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाभ देने के उद्देश्य से चलाई जा रही भावांतर भरपाई योजना को अव्यवहारिक बताते हुए कहा कि भावांतर भरपाई योजना सब्जियों व फलों के लिए उपयुक्त हो सकती है, परन्तु अनाज की फसलों के लिए बेहतरीन नहीं है। यह बात उन्होंने भिवानी में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सब्जियों के भाव प्रतिदिन के आधार पर कम-ज्यादा होते रहते है, जबकि अनाज की फसलों के भावों में प्रतिदिन के हिसाब से बहुत बड़ा अंतर नहीं होता। 

ऐसे में भावांतर भरपाई योजना फसल व सब्जियों के लिए ही उचित है। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य का जिक्र करते हुए कहा कि एमएसपी को सिर्फएक बैंच मार्क मानना चाहिए। जबकि एमएसपी से ऊपर फसलें बाजार में बिकनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एमएसपी का फॉर्मूला सही मायनों में किसान को लाभ पहुंचाने वाला नहीं है। न्यूनतम समर्थन मूल्य के बैंच मार्क से ऊपर फसलों की बिक्री का माहौल सरकार को तैयार करना चाहिए।

पूर्व केंद्रीय मंत्री विरेंद्र सिंह ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर पत्रकारों को कहा कि लंबे समय तक आंदोलन का चलना ना ही किसानों के लिए तथा ना ही सरकार व समाज के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसीलिए बातचीत का सिलसिला शुरू करके समस्या के हल तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब किसान आंदोलन में 12 राजनीतिक दल, ट्रेड यूनियन व विभिन्न संगठन जुड़ गए है तथा यह आंदोलन व्याप्क रूप लेता जा रहा है। ऐसे में बगैर बातचीत के आगे बढऩा समाज के लिए अच्छा सूचक नहीं है तथा बातचीत का सिलसिला शुरू किया जाना चाहिए।


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Content Writer

Isha

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