भ्रूण हत्या करने वालों हत्यारे डॉक्टरों का पर्दाफाश, साथ देने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार
punjabkesari.in Sunday, Feb 21, 2021 - 04:18 PM (IST)
पलवल(दिनेश): भले ही हरियाणा सरकार और दूसरे प्रदेशों की सरकारें लाख दावे करें की लिंग जांच और भूर्ण हत्या पूरी तरह से प्रतिबंध हैं लेकिन दिन-दहाड़े हो रही लिंग जांच और अबॉर्शन जैसी घटनाएं उनके दावों की पोल खोलती हैं। पलवल के आगरा चौक से गिरफ्तार ये चार युवक किस तरह से अपने अन्य साथियों के साथ इस घिनोने अपराध को अंजाम देते थे और कितने डॉक्टर और अस्पतालों में ये गोरख धंधा होता था।
पुलिस की गिरफ्त में आए चारों आरोपी गाजियाबाद के दादरी, दिल्ली के पालम और रोहिणी, अलीगढ़ और बुलंदशहर आदि शहरों में भ्रूण लिंग जांच करवाते थे। जांच के नाम पर 40 से 50 हजार रुपये भी लेते हैं। जांच के बाद भ्रूण को फीमेल बताकर उसकी हत्या करवा देते हैं। स्वास्थय विभाग को इनकी सूचना मिली थी जिसके बाद प्रिंयका नामक महिला को फर्जी ग्राहक बनाकर भ्रूण जांच के लिए भेजा गया। महिला दीपक नामक युवक से मिली और उसने ओमबीर सिंह मिलवाया। प्रियंका ने ओमबीर को बताया कि 3 महिलाएं भ्रूण जांच करवाना चाहती हैं। तीनों के 50 हजार रुपये तय कर 40 हजार रुपये दे दिए। गाजियाबाद के दादरी ले जाते समय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन्हें दबौच लिया। इनके कब्जे से 40 हजार रुपये भी बरामद किए। ओमबीर के बताने पर पुलिस ने इस मामले में करतार महेशपुर, प्रवीण रतिपुर और वाहन चालक रवि नंगली को भी अरेस्ट किया।
कैंप थाना पुलिस इंचार्ज इंस्पेक्टर यादराम ने बताया कि चारों आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपियों के मोबाइल वाटसएप से इस प्रकार की 12 घटनाओं का खुलासा हो चुका है। पिछले 7-8 सालों में आरोपी 150 से ज्यादा महिलाओं के गर्भ में पलने वाले भ्रूण की जांच करवा चुके हैं। अधिकांश के भ्रूण में फीमेल बताकर उनकी हत्या भी करवा चुके हैं। आरोपियों ने बताया कि इस मामले में उनके साथ 17-18 अन्य युवक भी शामिल हैं। आरोपी युवक पलवल और फरीदाबाद स्थित प्राईवेट अस्पतालों खासकर अल्ट्रासाउंड और डायगनोजोस्टिक केन्द्रों में नौकरी करते हैं।
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