सवा साल तक मचा बादशाहपुर तहसील में भ्रष्टाचार, उप तहसीलदार समेत एक दर्जन पर केस

punjabkesari.in Thursday, Aug 11, 2022 - 04:27 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो) : बादशाहपुर तहसील में करीब सवा साल तक भ्रष्टाचार चरम पर रहा है। यहां नियमों को ताक पर रखकर बिल्डर और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलीभगत कर कई रजिस्ट्रियां की हैं। कई रजिस्ट्रियां ऐसी हैं जिनमें ओसी नहीं ली गई। बीपीएल फ्लैट की पांच साल से पहले ही रजिस्ट्री कर दी गई। सीएम फ्लाइंग को जब इसकी शिकायत मिली तो मामले की जांच की गई। जांच में तथ्य सामने आने के बाद उप तहसीलदार अजय मलिक के साथ ही क्रेता-विक्रता किशन चंद, अर्जुन, नवनीत कौर, काशीश दुग्गल, अजय कटारिया, अशोक कुमार, राज नरेश, आनंद कुमार, भारती, विद्या देवी व संजीव के खिलाफ केस दर्ज कर जांच करने की सिफारिश की गई। पुलिस ने सीएम फ्लाइंग की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया है। 

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पुलिस के मुताबिक, सीएम फ्लाइंग के सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि शिकायत में बताया गया कि उप तहसीलदार अजय मलिक के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार चरम पर था। इसके साथ ही उन रजिस्ट्रियों की एक कॉपी भी दी गई जिनमें नियमों को ताक पर रखकर फ्लैट और प्लॉट की खरीद फरोख्त की गई है। जांच के दौरान पाया गया अंसल असोरिया सोसाइटी में 67 व टाटा ग्रुप की प्रीमेंटी सोसाइटी में 192 बीपीएल के फ्लैट थे। इनमें ज्यादातर फ्लैट साल 2020 में अलॉट किए गए थे और इनका कब्जा देते हुए कनेंशन डीड और पजेशन लेटर जारी किया गया था। इसके बाद इन फ्लैट की पांच साल तक रजिस्ट्री नहीं होनी थी, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर इनकी एक साल में ही रजिस्ट्री कर दी गई। कई रजिस्ट्री ऐसी मिली जिनमें संबंधित विभाग से एनओसी तक नहीं ली गई। इस पर उन्होंने बादशाहपुर थाने में केस दर्ज कराया है। 

 

 


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Content Writer

Pawan Kumar Sethi

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