इंसान बचेगा तो सब ठीक हो जाएगा, लॉकडाऊन एक्सटैंड करना जरूरी : कृष्ण बेदी

punjabkesari.in Sunday, Apr 12, 2020 - 11:30 AM (IST)

डेस्क :  हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी ने कहा कि तब्लीगीके कुछ लोगों की गलती, साजिश या नादानी से स्थिति बिगड़ी। कुछ लोग पूरे देश में सहयोग भी नहीं कर रहे। भूमिगत रहने वाले जमात के लोगों के कारण यह समस्या विकराल हुई है जिस पर प्रधानमंत्री मोदी व सभी मुख्यमंत्री नियंत्रण करने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने खुद ब्लड डोनेट कर यह निर्णय लिया कि प्रतिदिन 11 लोग डिस्टैंसिंग मैंटेन करते हुए ब्लड डोनेट करेंगे।

बेदी ने कहा कि डाक्टर सेनापति के रूप में इस महामारी से लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पैरामैडिक्स, टैस्टिंग लैब, एम्बुलैंस के कार्य में लगे लोग भी अपनी और अपने परिवार की परवाह किए बिना समाज को अपना परिवार मानते हुए दिन-रात इस महामारी से संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने इस महामारी से लड़ रहे सभी लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि इस कठिनाई और संकट के समय में हम सभी को उत्साह व जोश के साथ कोविड-19 के प्रकोप को फैलने से रोकना है और एक टीम के रूप में काम करना है। प्रस्तुत हैं पंजाब केसरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

प्रश्न: कोरोना में लॉकडाऊन बढऩे पर आपकी राय क्या है?
उत्तर:
देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी देश के प्रमुख मैडीकल कालेजों के प्रबुद्ध विशेषज्ञों, डॉक्टरों सबके साथ लगातार सलाह कर रहे हैं। इस संकट काल में लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। लॉकडाऊन एक्सटैंड करना जरूरी है।

प्रश्न: हरियाणा में तब्लीगियों पर 307 लगाने की सोच पर क्या कहेंगे?
उत्तर:
सरकार अगर 307 लगाने का निर्णय ले रही है तो यह उचित कदम है। इलाज के दौरान तब्लीगियों ने मैडीकल स्टाफ, डॉक्टरों, स्टाफ नॢसस से अभद्र व्यवहार किया जो उचित नहीं है।  
प्रश्न: कोरोना के दौरान नया कदम क्या उठाया?
उत्तर:
ऐसी सूचनाएं मिलीं कि ब्लड बैंकों के अंदर ब्लड की कमी चल रही है। खुद ब्लड डोनेट कर यह निर्णय लिया है कि प्रतिदिन 11 लोग डिस्टैंसिंग मैंटेन करते हुए ब्लड डोनेट करेंगे। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है।

प्रश्न: लॉकडाऊन तोडऩे वालों को क्या कहेंगे?
उत्तर:
लॉकडाऊन की पालना सभी को करनी होगी। पुलिस या प्रशासन सख्ती करे इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर जनता अपना दायित्व ईमानदारी से निभाए तो सार्थक परिणाम भी आएंगे।

प्रश्न: हरियाणा में कोरोना पीड़ितों के उपचार में लगे मैडीकल स्टाफ के पास सामान की कमी बारे शिकायतें आ रही हैं।
उत्तर:
ऐसी बातें गलत हैं। मुख्यमंत्री ने खुद कहा कि प्रदेश में सभी सरकारी अस्पतालों और मैडीकल कॉलेजों में पी.पी.ई. किट से लेकर दवाइयां और वैंटीलेटर तक सभी प्रबन्ध संतोषजनक हैं और चाहे कोई मैडीकल कॉलेज केन्द्र सरकार या राज्य सरकार का हो, निजी या सरकारी सहायता प्राप्त हो, इनमें कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए सभी प्रबन्ध जैसे कि मास्क, पी.पी.ई. किट्स, दवाइयां, वैंटीलेटर इत्यादि हरियाणा सरकार द्वारा किए जाएंगे। उपरोक्त संस्थानों में इस समय 22,800 पी.पी.ई. किट, 1,02,857 एन-95 मास्क तथा 28,02,406 ग्लव्स उपलब्ध हैं। इसके अलावा, 5,02,952 पी.पी.ई. किट तथा 1,03,200 एन-95 मास्क के ऑर्डर की सप्लाई आगामी 3-4 दिनों में प्राप्त हो जाएगी।    
 


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Edited By

Manisha rana

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