शनिवार ही लीक किया गया था नेट का प्रश्न पत्र, प्रथम शिफ्ट के 6 परीक्षार्थियों को करवाया गया था हल

punjabkesari.in Tuesday, Dec 28, 2021 - 11:26 AM (IST)

जींद(अनिल):  महेंद्रगढ़ जिला के विकास ने यूजीसी नेट की हिंदी की परीक्षा का प्रश्रपत्र शनिवार रात को लीक किया गया था। उसने व्हाटसअप के माध्यम से भिवानी जिले के पथराव निवासी रिंकूू  के पास भेज दिया था। प्रश्रपत्र मिलने के बाद भिवानी के नजदीक लगते गांव में इसको हल करवाने के लिए पुनीत को सौंप दिया गया। पुनीत ने शनिवार रात को ही प्रथम शिफ्ट के प्रश्नपत्र को 6 परीक्षार्थियों को हल करवाया, जबकि दूसरी शिफ्ट के 11 परीक्षार्थियों के लिए जो प्रश्र पत्र आना था। उसका कई घंटे तक इंतजार किया, लेकिन वह प्रश्रपत्र व्हाटसअप पर रिंकू को नहीं मिल पाया।

यूजीसी नेट का पेपर लीक मामले में मुख्यारोपी विकास अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने मुख्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। मुख्यारोपी विकास महेंद्रगढ़ जिले का रहने वाला है और दिल्ली में पैरामिल्ट्री में नौकरी कर रहा है। विकास की गिरफ्तारी के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि आरोपियों ने कौन-कौन से पेपर लीक करवाए और किन-किन पेपरों में पैसे लेकर परीक्षार्थियों की जगह दूसरों को परीक्षा में बैठाया था। फिलहाल पुलिस ने सोमवार को आरोपी रिंकू, पुलिस और राहुल को कोर्ट में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया है। 

सीआईए स्टाफ जींद इंचार्ज अनूप सिंह व प्रबंधक उचाना निरीक्षक सोमबीर ढाका की टीमों द्वारा केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न पदों के लिए भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक, लैब में सटिंग करने के आरोप में 9 आरोपियों को काबू किया है। जिन्हे आज अदालत में पेश कर राहुल, पुनीत, रिन्कु का 4 दिन व अर्जुन, अभिषेक, विक्रम, दीपक, मंजीत व अमरजीत का 1 दिन का पुलिस रिमाण्ड हासिल किया गया है ।

गौरतलब है कि उचाना पुलिस को सूचना मिली थी कि राहुल वासी खटकड़ विभिन्न पदों के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं में पेपर लीक, लैब में सैटिंग और असली उम्मीदवार की जगह दूसरे को बिठाकर परीक्षा दिलाने जैसे गैर कानूनी कार्य किए जा रहे हैं। उसके द्वारा यह कार्य पिछले दिनों राज्य में विभिन्न विभागों में हो चुकी भर्ती में किया जा चुका है। उसके इस कार्य में कश्मीर वासी गांव शिमला, कैथल भी शामिल है, जो परीक्षाएं होती हैं उसमें कश्मीर द्वारा मुण्डका दिल्ली, झांसी, बरेली, बीकानेर, पटियाला असैा अलवर की लक्ष्मी तथा सिद्दी विनायक लैब में होने वाली परीक्षाओं में सैंटीग करवाई जाती है। राहुल अपने ज्यादातर काम कश्मीर के माध्यम से करवाता था। 

पेपर करवाने की एवज में ली जाती थी मोटी रकम
खटकड़ गांव के राहुल ने यूजीसी नेट के लिए होने वाली आगामी परीक्षा को पास करवाने की एवज में उम्मीदवारों से 3-3 लाख रुपये लिए थे। इस मामले में पुलिस ने महेंद्रगढ़ के रिंकू, बोहतवाला के अर्जुन, खटकड़ के राहुल, बहबलपुर के अमरजीत, विक्रम और अभिषेक, धड़ौली के दीपक, भिवानी के बामला निवासी पुनीत, ईगराह के मंजीत को गिरफ्तार किया है। पूछताछ पर परीक्षार्थियों से पैसों की सैटिंग करके पेपर पास करवाने और यूजीसी नेट का हिन्दी का पेपर लीक करने की बात भी सामने आई है। 

विकास ने आरोपी रिंकू के पास भेजा था पेपर 
रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ करेगी। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि आरोपी विकास प्रश्र पत्र को रिंकू के पास भेजता था, जबकि रिंकू और पुनीत भिवानी में अकादमी चलाने का काम करते हैं। इसमें रिंकू के व्हाटसअप पर विकास द्वारा जो पेपर भेजा जाता था। उसको परीक्षार्थियों को अकादमी में बुलाकर पुनीत हल करवाने का काम करता था। इसके अलावा इसमें तीसरा मुख्यारोपी खटकड़ गांव निवासी राहुल है। जो परीक्षार्थियों को इस पेपर को 3 लाख रुपये में बेचने का काम करता था। राहुल 3 लाख रुपये में पेपर की सैटिंग परीक्षार्थियों के साथ करता था। इसके बाद सभी परीक्षार्थियों को भिवानी बस अड्डे पर बुलाया था। जहां से इन परीक्षार्थियों को गाड़ी में बैठाकर बिना स्थान बताए रिंकू लेकर अपनी अकादमी में लेकर एक दिन पहले ही प्रश्रपत्र को हल करवाने का काम करता था।

गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस की 3 टीम गठित : डीएसपी
डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट के आदेश पर रिंकू, पुनीत और राहुल को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा मुख्यारोपी विकास को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। उनके नेतृत्व में 3 इंस्पेक्टरों की टीम गठित कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।  
 


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Content Writer

Isha

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