फरीदाबाद में नहीं सुधरी बिजली की व्यवस्था, छह माह पहले अधिकारियों ने किया था दावा
punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2019 - 10:47 AM (IST)
फरीदाबाद (ब्यूरो) : ग्रेटर फरीदाबाद में बिजली व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। छह माह पहले अधिकारियों ने यहां दो माह में बिजली सुधार का दावा किया था। इसके बावजूद कोई खास सुधार नहीं हुआ। त्यौहारी सीजन में भी बिजली कटौती का सबसे अधिक असर उद्योगों में उत्पादन क्षमता पर पड़ रहा है। रोजाना तीन से चार घंटे पावर कट रहने से उद्यमी काफी परेशान हैं।
ग्रेटर फरीदाबाद में छोटे-बड़े करीब 100 उद्योग और कई हाईराइज इमारतें बनी हुई है। इनमें करीब 15 हजार परिवार निवास करते हैं। क्षेत्र में बिजली सप्लाई खेड़ी पावर हाउस से की जाती है। एक कंपनी प्रबंधक गगन शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में बिजली की समस्या लंबे समय से चली आ रही है। छह माह पहले मुख्य अभियंता के नेतृत्व में बैठक बुलाई गई है। बिजली अधिकारियों ने दो माह में सप्लाई दुरस्त करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ। रोजाना तीन से चार घंटे बिजली कटौती की जा रही है। इसके अलावा क्षेत्र में फॉल्ट की समस्या काफी ज्यादा है। इसकी वजह ओवरलोडिंग है। कई लोग चोरी से बिजली जलाते है। इसका असर सही उपभोक्ताओं पर पड़ता है। फ ीडरों पर लोड बढऩे से ट्रिपिंग, ब्रेकडाउन और फॉल्ट की घटनाएं आए दिन होती है। इस वजह से उद्योगों को नियमित रूप से बिजली नहीं मिलती है।
कंपनियों में लगी पावर मशीनें एक बार बंद होने से उन्हें दोबारा उसी तापमान पर गर्म होने में करीब दो घंटे का समय लगता है। इसके लिए जनरेटर चलाना पड़ता है जो काफी महंगा पड़ता है। सुरेश ने कहा कि बिजली अधिकारी सुधार का आश्वासन देते है मगर कार्रवाई कोई नहीं करता है। यहां खुलेआम हो रही बिजली चोरी रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाते, अगर बिजली चोरी रुक जाएगी तो फॉल्ट की समस्या काफी कम हो जाएगी। उद्योगों को खूब बिजली मिलेगी। इसके लिए बिजली निगम को प्रयास करने चाहिए।
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