ओम प्रकाश चौटाला अगर बड़े भविष्यवक्ता होते तो स्वयं की ऐसी स्थिति न होती : मनोहर लाल
punjabkesari.in Sunday, Oct 18, 2020 - 12:09 PM (IST)
चंडीगढ़ (बंसल) : इनैलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला के बयान कि बरोदा उप-चुनाव के बाद प्रदेश में मध्यावधि चुनाव होंगे और जजपा के कुछ विधायक भाजपा में शानिल हो जाएंगे पर मुख्यमंत्री ने मनोहर लाल ने कहा कि चौटाला अगर इतने बड़े भविष्यवक्ता होते तो उनकी स्वयं की ऐसी स्थिति न होती। वे सैक्टर-3 में हरियाणा निवासी में पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहे थे। चौटाला ने गठबंधन सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि मनोहर सरकार चौटाला की भांति काम नहीं कर सकती। उनके शासनकाल में क्या-क्या कारनामे हुए प्रदेश की जनती सब जानती है और वहीं ठीक गलतका मूल्यांकन भी करती है।
पूर्व भाजपा विधायक श्याम सिंह राणा द्वारा इनैलो में शामिल होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भाजपा कब की छोड़ चुके है। कृषि कानूनों के क्या लाभ, यह किसी नेता के कहने से कम नहीं होते। जजपा नेताओं ने कृषि कानूनों का विरोध करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। जजपा नेता इस संदर्भ में मुझसे भी बात कर चुके है। जोगी राम सिहाग द्वारा चेयरमैन पद ठुकराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें भी मना लिया जाएगा।
अम्बाला में भाजपा की ट्रैक्टर यात्रा के दौरान एक किसान की मृत्यु पर उन्होंने कहा कि मृतक किसान भाजपा किसान मोर्चे का अध्यक्ष था, इसलिए ट्रैक्टर यात्रा में शामिल होने का इच्छुक था लेकिन वहां फैलाएं उपद्रव के चलते उनकी मृत्यु हुई। उन्होंने विपक्षी दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्होंने विरोध किया लेकिन अगर हमने भी उनका विरोध शुरु कर दिया तो प्रदेश की स्थिति गड़बड़ा सकती है। इसलिए किसी भी दल के कार्यक्रम में विघ्न उत्पन्न नहीं करना चाहिए।
फसलों के भुगतान स्वरुप 1000 करोड़ जारी
मुख्यमंत्री ने कहा पहली बाक मक्का की सरकारी खरीद न्यूनतम समर्थन मुल्य पर की जा रही है। इससे पूर्व, बाजरे की खरीद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की थी। अब तक धान व अन्य फसलों के भुगतान स्वरुप 1000 करोड़ रुपए सरकार की ओर से जारी किए जा चुके है। उन्होंने कहा कि पंजाब व राजस्थान सरकार भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद करें ताकि वहां के किसानों को हरियाणा में आना ही न पड़े। उन्होंने कहा कि धान की खरीद का 7 दिन में भुगतान करने के इंतजाम किए है।
आबकारी राजस्व 7000 करोड़ होने का अनुमान
शराब घोटाले के संबंध में पूछे प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि डिस्टलरी से लेकर शराब के ठेकेदारों तक यह एक कड़ी होती है और अलग-अलग राज्यों से इसके तार जुड़े रहते है। उन्होंने कहा चंडीगढ़ में हालांकि कोई डिस्टलरी नहीं है, लेकिन यहां पर कई बोटलिंग प्लांट है, जिससे अन्य राज्यों में शराब जाती है। उन्होने कहा कि हरियाणा की डिस्टलरी सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए है। पुलिस व ई.टी.ओ. कार्यालय की संयुक्त पैट्रोलिंग टीमें शराब की आवाजाही पर निगरानी रखती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 में आबकारी राजस्व 3200 करोड़ रुपए था जो वर्ष 2020-21 मे अब तक 6400 करोड़ रुपए हो गया है औऱ अनुमान है कि यह 7000 करोड़ रुपए हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के बाद भी जी.एस.टी. वैट व खनन से 338 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि गत वर्ष 330 करोड़ रुपए था।
रोडवेज का घाटा नहीं हुआ कम
मुख्यमंत्री ने माना कि रोडवेज का घाटा कम नहीं हुआ है लेकिन उन्होंने कहा कि इसे भी जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब व दिल्ली से बसों के संचालन की स्वीकृति का इंतजार है जबकि हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड से स्वीकृति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सहित अन्य राज्यों से बातचीत चल रही है और दिल्ली द्वारा बसों की आवागमन की स्वीकृति के लिए पत्र लिखा जाएगा।
पहले 85000 अब अगले वर्षों में होगी 1 लाख भर्तियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 6 वर्षों में 85 हजार पदों पर सरकारी भर्तियां मैरिट आधार पर की है। उन्होंने कहा आगामी 5 वर्षों में एक लाख से अधिक पदों पर और भर्तियां की जाएगी।