एक पेंशन, एक विधायक पर आप के बाउंसर पर अभय चौटाला के सिक्सर से नेताओं में बढ़ी बेचैनी

punjabkesari.in Sunday, Apr 17, 2022 - 01:52 PM (IST)

चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी ) :  आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी डॉक्टर सुशील गुप्ता के बाउंसर की प्रदेश में एक पेंशन, एक विधायक का नियम लागू हो  पर इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला  सिक्सर मारने व् यह कहने की  "विधायकों को कोई पेंशन नहीं मिलनी चाहिए। जनता पेंशन लेने के लिए विधायक नहीं बनाती बल्कि लोगों की सेवा करने के लिए विधायक बनाती है। बतौर विधायक इतनी सुविधाएं दी जाती हैं तो फिर पेंशन किस बात की" से आम आदमी पार्टी ,भजपा व् कांग्रेस के विधायकों की बेचैनी बढ़ गई है | 

 हरियाणा के कुल 275 पूर्व विधायकों की पेंशन और 128 पूर्व विधायकों की फेमिली पेंशन पर 29.51 करोड़ रूपये सालाना खर्च किए जा रहे हैं. इनमें से कुल 26.40 करोड़ रुपये पूर्व विधायकों की पेंशन पर और 3.11 करोड़ रुपए फैमिली पेंशन पर खर्च हो रहा है.| 

 इनेलो के एक मात्र विधायक अभय चौटाला ने कहा है की जनता इसलिए विधायक चुन कर विधानसभा भेजती है ताकि हम उनकी दिक्कतों और कठिनाइयों का सरकार और अधिकारियों से बातचीत कर उनका समाधान करवाएं न कि हर बार विधानसभा में खड़े होकर-तरह तरह के भत्तों की मांग करें।पिछले दिनों हरियाणा आम आदमी पार्टी के प्रभारी सांसद सुशील गुप्ता और नेता निर्मल सिंह ने प्रदेश में एक पेंशन, एक विधायक का नियम लागू करने की मांग की थी। सांसद सुशील गुप्ता ने कहा था  कि हरियाणा सरकार ने 2018 में 23 करोड़ रुपए पूर्व विधायकों की पेंशन पर खर्च किए, जबकि 2021 में साढ़े 30 करोड़ रुपए पूर्व विधायकों की पेंशन पर खर्च किए।

इससे पहले पंजाब के सी एम् भगवंत मान ने 25 मार्च को पंजाब में कहा  था की लगातार हारने वाले विधायकों को लाखों रुपये पेंशन मिलती है. इसमें सांसद भी शामिल हैं, जो विधायक और सांसद की पेंशन ले रहे हैं. हम आज ये फैसला ले रहे हैं कि विधायक चाहे दो बार जीते या 6 बार... उसे सिर्फ एक ही टर्म की पेंशन मिलेगी. जो करोड़ों रुपये बचेगा उसे लोगों की भलाई पर खर्च किया जाएगा. नेताओं के परिवार की पेंशन भी काफी ज्यादा है, उसमें भी कटौती की जा रही है| हाल ही में आप में शामिल हुए पूर्व मंत्री और चार बार के विधायक निर्मल सिंह ने घोषणा की है कि वह तीन कार्यकाल की पेंशन छोड़ रहे हैं। वह केवल एक कार्यकाल की पेंशन लेंगे।

आम आदमी की इस बहस से अभी तक कांग्रेस ,भजपा के विधायक बचते नजर आए | इनेलो के अभय चौटाला के इस राजनैतिक दाव से अब सभी राजनैतिक दलों की दड़कने बढ़ना स्वाभाविक है |सांसद सुशील गुप्ता ने कहा है कि हम देश की राजनीति को बदलने आए हैं। इसके लिए त्याग करना पड़ता है।सुशील गुप्ता के बयानों के बाद अभय चौटाला के द्वारा पुरे त्याग के ब्यान की -"केजरीवाल स्वयं तो आईआरएस की पेंशन अलग से ले रहे हैं और विधायकी की अलग से। वैसे भी दिल्ली में विधायकों को सबसे ज्यादा पेंशन और भत्ते मिल रहे हैं । दिल्ली में केजरीवाल सरकार कई बार विधायकों के भत्ते बढ़ा चुकी है"-आप पर सीधा पलटवार माना जा सकते हैं | 


 


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Content Writer

Isha

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