मानसून सत्र: विधानसभा के अन्दर विधायकों और मन्त्रियों के PA व स्टाफ कर्मी के जाने पर मनाही

punjabkesari.in Saturday, Aug 15, 2020 - 08:38 AM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): कोरोना काल के दौरान 26 अगस्त को होने वाले मानसून सत्र के दौरान किन किन सावधानियों का ध्यान रखा जाएगा। किस प्रकार से गाइडलाईन जारी की जाएगी। इन सब बातों पर पंजाब केसरी के विशेष प्रतिनिध चन्द्रशेखर धरनी ने आज विधानसभा स्पीकर ज्ञान चन्द गुप्ता सेचर्चा की। जिसके कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैंः-


प्रशनः- 26 अगस्त से विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। कोेरोना काल के दौरान किस प्रकार के प्रबन्ध किए जाएगें। किस प्रकार की आपने गाइडलाईन दी है ?
उतरः- यह सही है कि 26 अगस्त से विधानसभा का मानसून सत्र को बुलाने के लिए सरकार की तरफ से सिफारिश भेजी गई है। जिसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। एम.एच.ए. की गाइडलाईन की पालना करते हुए सत्र का आयोजन किया जाएगा। स्पीकर गैलरी हो या विजीटर गैलरी में आआम लोगों के लिए अलाउ नही किया जाएगा और उन स्थानों पर हम सोशल डिस्टैन्सिंग के साथ सम्मानपूर्वक हम विधायकों के बैठने का प्रबन्ध करेगें। साथ ही इस बार एम.एच.ए. की गाइडलाइन के मुताबिक कोई भी विधायक हो, विधानसभा का कर्मचारी हो, मीडिया बन्धु हो या ओर कोई भी व्यक्ति बिना नैगटिव सर्टीफिकेट के दाखिल नही होगा। दूसरा हम विधायकों और मन्त्रियों से निवेदन करेगें कि किसी साथी को अन्दर न लांए। साथ ही एन्ट्री में सेनेटाईजिंग का प्रबन्ध, जूतों पर रैपिंग का प्रबन्ध भी किया जाएगा। जल्द ही हैल्थ विभाग के डी.जी. से भी मीटिंग की जाएगी जिससे और जानकारी ली जाए और उचित प्रबन्ध किए जांए।

प्रशनः- 90 विधानसभा हैं और सभी विधायकों के कोरोना टैस्ट का प्रबन्ध कैसे किया जाएगा और कितने दिन पहले की रिपोर्ट होनी मान्य होगी ?
उतरः- 3 दिन पहले तक का ही सर्टिफिकेट मान्य होगा। सभी जिलों के उपायुक्तों को उनके क्षेत्र के विधायकों की उनके घर पर जाकर उनके सैम्पल लेने और रिपोर्ट को उनके घर पर पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

प्रशनः- मीडिया गैलरी की जगह काफी कम है और मीडिया संस्थानों की बढती संख्या को देखते हुए किस प्रकार से उनका प्रबन्ध किया जाएगा ?
उतरः- सोशल डिस्टैन्सिंग अति आवश्यक है। इस बारे में हमारे डी.पी.आर. जल्द ही सभी मीडियाकर्मियों के साथ मीटिंग करे लेगें और आपसी राय के बाद अगर कुछ मीडियाकर्मियों को बाहर भी रोका गया तो देख लेगें  ।

प्रशनः- आमतौर पर विधायकों और मन्त्रियों का निजी स्टाफ अन्दर घूमता देखा जाता है ?
उतरः- किसी को भी अन्दर आने की परमिशन नही दी जाएगी।

प्रशनः- वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी अशोक खेमका ने म्यूजियम को लेकर पत्र लिखा है। क्या पत्र है वह ?
उतरः-बहुत पुराना मामला है। 1997-98 में पूरी पेमेन्ट करीब 17 लाख जमा करवा दी थी। बाद में एफ.ए.आर. बढा दिया गया। एफ.ए.आर. बढने के कारण ओर पेमेन्ट मांगी गई। पेमेन्ट की कैल्कुलेशन भी गलत हुई। वो पेैसे वापिस आंए। यह विभाग का अपना मामला है। हमारा मकसद तो है कि अरक्लोजिकल म्यूजियम जो कि पिछले 23 सालों से लटका है। उसे शुरू किया जाए। बडी खुशी की बात है कि मुख्यमन्त्री ने इसका संज्ञान लिया है और इसे जल्द शुरू करने के आदेश दिए हैं।

प्रशनः- विधानसभा सत्र के दौरान आमतौर पर बाहर पार्किंग में बहुत भीड देखी जाती है। पिछली बार भी आपने अच्छे प्रबन्ध किए थे क्या इस बार भी ऐसा ही होगा ?
उतरः- ला एण्ड आर्डर को लेकर इस बारे में डीजी चण्डीगढ और हरियाणा के साथ बैठक करेगें और चर्चा करेगें। जिससे किसी को परेशानी का सामना न करना पडे।

प्रशनः- इस बार विपक्षी दल सत्र में कुछ मुददों को लेकर घेराव करने की तैयारी में हैं। ऐसा लग रहा है ?
उतरः- विधानसभा के नियम और कानूनों के तहत जो भी बात करेगें वो ठीक है उस पर चर्चा होगी। मैं उम्मीद करता हूं विपक्ष विधानसभा की गरिमा का ध्यान रखेगा।

 

 


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Isha

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