हरियाणा में फरवरी में होंगे पंचायत चुनाव!, पंचायतों के आरक्षण निर्धारण को लेकर जारी है ड्रा प्रक्रिया

punjabkesari.in Wednesday, Jul 01, 2020 - 12:05 AM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): लोकतंत्र की सबसे छोटी, लेकिन सबसे खास इकाई ग्राम पंचायत के चुनाव को लेकर चर्चाओं व अफवाहों का सिलसिला शुरू हो गया है। इन दिनों राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर राज्यभर में पंचायतों का आरक्षण निर्धारित करने हेतु ड्रा निकालने का सिलसिला जारी है और जुलाई के पहले पखवाड़े तक सभी पंचायतों की ड्रा प्रक्रिया पूरी हो जाने की संभावना है। यह भी चर्चा चल रही है कि पंचायतों का कार्यकाल जुलाई माह तक निर्धारित है, जबकि चुनाव आयोग के सूत्रों की मानें तो पंचायतों का कार्यकाल अगले वर्ष फरवरी माह तक है और चुनाव तय समय पर ही होने निश्चित हैं।

गौरतलब है कि हरियाणा में पिछले पंचायती चुनाव 2016 में 10 जनवरी, 17 जनवरी व 24 जनवरी को अलग-अलग तीन चरणों में हुए थे। हरियाणा की भाजपा सरकार की ओर से पंचायती चुनाव में शैक्षणिक योग्यता लागू किए जाने के चलते पिछले चुनाव जुलाई 2015 की बजाय छह माह विलम्ब से जनवरी 2016 में हुए। ऐसे में नियमों के अनुसार पंचायतों का कार्यकाल पूरा होने के पांच बरस बाद ही चुनाव करवाए जा सकते हैं। विशेष परिस्थितियों में कैबिनेट में प्रस्ताव पास कर छह माह पहले चुनाव करवाए जा सकते हैं, पर भाजपा इस तरह का जोखिम लेने से बचेगी।

यहां उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया से लेकर गांव की चौपालों पर हुक्के की गुडगुड़ाहट के बीच सरपंची के चुनाव को लेकर गहमागहमी का आलम है। चुनाव की तारीखों से लेकर कार्यकाल को लेकर कई तरह के कयास व अफवाओं का सिलसिला भी जारी है। राज्य चुनाव आयोग की तैयारियों के अनुसार हरियाणा में 6,186 ग्राम पंचायतों के अलावा 416 जिला परिषद सदस्यों, 2,997 पंचायत समिति सदस्यों एवं 60,436 पंचायत सदस्यों के चुनाव अगले साल फरवरी माह में होंगे। इससे पहले हरियाणा में साल 2016 में 10, 17 व 24 जनवरी को तीन चरणों में हरियाणा में पंचायत चुनाव हुए थे और फरवरी माह में सरपंचों का शपथ ग्रहण हुआ था। ऐसे में फरवरी माह में ही पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।

चौधर का प्रतीक हैं सरपंची के चुनाव
दरअसल हरियाणा में लोकतंत्र के उत्सव में पंचायती चुनाव अहम माने जाते हैं। 'चौधर’ और 'रुआब’ का प्रतीक माने जाने वाली सरपंची के चुनाव में पूरा जोर लगता है। निर्वाचन आयोग की ओर से फिलहाल चुनाव को लेकर मतदाता सूचियों को तैयार करने को लेकर कवायद जारी है। सूत्रों के अनुसार आने वाले समय में दावे एवं आपत्तियां लेने के बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। उम्मीद है कि अगले वर्ष जनवरी माह में चुनाव का शंखनाद हो जाए और फरवरी माह में चुनाव करवाए जा सकते हैं।

निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा में वैसे तो करीब 6800 के करीब पंचायतें हैं, लेकिन फरवरी माह में करीब 6186 पंचायतों का कार्यकाल पूरा होगा और इन्हीं पर चुनाव करवाया जाएगा। 6100 पंचायतों में से 2565 महिला आरक्षित सरपंच हैं। इसी प्रकार से करीब 1400 पंचायतें अनुसूचित जाति के लिए, 1671 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हैं तो करीब 3079 पंचायतें सामान्य श्रेणी की हैं। इसी तरह से करीब 60 हजार पंचायत सदस्यों में से 25 हजार 492 महिला आरक्षित हैं।

15,467 अनुसूचित जाति के लिए, 21124 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हैं। 416 जिला परिषद सदस्यों में से 181 महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। 96 अनुसूचित जाति के लिए, जबकि 74 पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हैं। आयोग के सूत्रों ने चुनाव पहले करवाए जाने के किसी भी तरह के दावों को अफवाह बताया है। हालांकि चुनावों को लेकर अभी से ही चर्चा के साथ शर्तों का सिलसिला भी शुरू हो गया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Shivam

Recommended News

Related News

static