रघुवीर कादयान का बिल की प्रति फाड़ना बेहद निंदनीय: प्रमोद विज

punjabkesari.in Friday, Mar 04, 2022 - 08:21 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी) : विधानसभा सदन में धर्मांतरण के बिल की प्रति फाड़ने को लेकर पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज ने इसे सदन का अपमान करार देते हुए कहा कि कई बार विधानसभा के सदस्य रहे एवं विधानसभा स्पीकर रहे रघुवीर कादयान को सदन की मान मर्यादा का पूरी तरह से ज्ञान है और धर्मांतरण का लाया गया बिल किसी विशेष धर्म के लिए नहीं था। जिस को समझाने के लिए मुख्यमंत्री ने भी खूब कोशिशें की। इसके बावजूद वह सुनने को तैयार नहीं थे। विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने उन्हें काफी समय दिया बावजूद इसके उन्होंने माफी मांगना जरूरी नहीं समझा। मजबूरन उन्हें सदन की कार्यवाही से निष्कासित करने का फैसला लेना पड़ा। विज ने कहा कि मैं उनके इस कार्य की भरसक निंदा करता हूं। कांग्रेस पार्टी मुद्दों से रहित राजनीति करती है। उनके पास कहने सुनने के लिए कुछ नहीं होता। केवल शोर मचा कर अपने को सच्चा साबित करना कांग्रेस की नीति है।

पानीपत शहरी विधायक ने उठाई सदन के पटल पर पानीपत को एनसीआर से बाहर करने की आवाज उठाई

आज विधानसभा के सदन पटल पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज ने एक महत्वपूर्ण मामले की तरफ सरकार का ध्यान लाने की कोशिश की उन्होंने कहा कि पानीपत जिला प्रदेश के खजाने को बड़े टैक्स के रूप में भरने का काम करता है पानीपत जिले की औद्योगिक इकाइयों से लाखों लोग अपने परिवार का पेट पालते हैं पानीपत एक औद्योगिक और ऐतिहासिक नगरी है हमेशा हर क्षेत्र में पानीपत के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है कोरोना काल के दौरान पानीपत वासियों ने एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया। लेकिन आज पानीपत जिले का एनसीआर में शामिल के कारण एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार यहां के उद्योगों पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। जिसके चलते बनाई गई गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना हो तो उत्पादित सामान की लागत कीमत में कहीं अधिक वृद्धि हो जाती है। अगर वृद्धि हुई तो मुकाबले में खड़े अन्य प्रदेशों से पानीपत बेहद पिछड़ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यहां रह रहे लाखों लोग बेरोजगार हो सकते हैं। पानीपत प्रदेश का एक भारी भरकम टैक्स प्रदेश- देश के खजाने में जमा करवाने वाला जिला है। अब अगर सरकार की पाबंदियों में घटोत्तरी ना हुई तो यहां पर मौजूद बड़ी मात्रा में औद्योगिक इकाइयां दूसरे प्रदेशों की तरफ पलायन कर सकती हैं। इस गंभीर मसले को लेकर पानीपत शहर के विधायक प्रमोद विज ने विधानसभा के पटल पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से एनजीटी से मिलकर लगाए गए प्रतिबंधों पर छूट का निवेदन किया है।

विज ने बताया कि एनसीआर में शामिल पानीपत को अपनी इंडस्ट्री सुचारू रखने में बहुत बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जैसे कुछ महीनों बाद यहां कोयले के प्रयोग पर बिल्कुल रोक लग जाएगी और प्राकृतिक गैसों के प्रयोग से उत्पादन क्षेत्र चलाना होगा। जबकि गैस के प्रयोग से वस्तु की लागत कीमत में बढ़ोतरी होगी और अपने बॉयलरों को बदलवाने के लिए एक भारी-भरकम खर्च व्यापारी की जेब पर पड़ेगा। यह एक गंभीर समस्या है। अगर प्रदेश सरकार इस पर गौर नहीं करती तो पानीपत की बड़ी इंडस्ट्री मजबूरन दूसरे बिना पाबंदियों वाले प्रदेशों की तरफ रुख कर सकती हैं।

 


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Content Writer

Vivek Rai

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