मरीजों को नहीं होगी परेशानी, एक ही छत के नीचे आधुनिक मशीनों से होगा ईलाज : अनिल विज

punjabkesari.in Thursday, Apr 14, 2022 - 09:21 AM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्रशेखर धरणी): हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज के प्रयासों से हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार नए आयाम स्थापित करती जा रही है और इसी कड़ी में अब स्वास्थ्य मंत्री की बदौलत से अम्बाला शहर में प्रदेश के पहले टीबी, छाती एवं हृदय रोग की जांच और ईलाज हेतु पांच मंजिला अस्पताल निर्माण के लिए 54.38 करोड़ रुपए की प्रशासनिक मंजूरी मिल गई है। 

विज ने बताया कि अम्बाला शहर में बनने वाला सौ बेड का टीबी अस्पताल दिल्ली को छोड़ उत्तर भारत में अपनी तरह का इकलौता अस्पताल होगा। पांच मंजिला अस्पताल में बीमारियों के ईलाज की विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होगी। यह अस्पताल आधुनिक उपकरणों से लैस होगा।

प्रशासनिक मंजूरी मिलने के बाद अस्पताल का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो इसके पूरे प्रयास किए जाएंगे। अस्पताल में दो अत्याधुनिक आईसीयू होंगे जहां टीबी एवं छाती रोग के मरीजों को अलग-अलग दाखिल किया जा सकेगा। छाती एवं हृदय रोगी मरीजों के लिए 24 घंटे ईमरजेंसी सेवा उपलब्ध रहेगी।

 

दो एकड़ में बनेगा नया टीबी अस्पताल, कई तरह की ओपीडी होगी
दो एकड़ में बनने वाला नया टीबी अस्पताल पुराने टीबी अस्पताल के भवन को ढहाकर पूरी तरह नया बना जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि अस्पताल को टीबी और हृदय रोग की ट्रेनिंग के लिए नोडल सेंटर की तरह भी इस्तेमाल किया जाएगा। यहां डॉक्टरों के अलावा लैब तकनीशियन एवं एनटीईपी स्टाफ की ट्रेनिंग कराई जा सकेगी। अस्पताल में टीबी क्लीनिक, एमडीआर टीबी क्लीनिक, पोस्टर ट्यूबरक्यूलर टीबी क्लीनिक, आईएलडी क्लीनिक, ज्यूनोटिक डिजिसिस क्लीनिक, जनरल हृदय ओपीडी, लंग कैंसर क्लीनिक, एआरटी क्लीनिक, एलर्जी एंड इम्यूनोथेरेपी क्लीनिक, टबैको सीसेशन क्लीनिक, स्लीप लैब, ईएनटी क्लीनिक, आडियोमेट्री क्लीनिक, एचआईवी काउंसिलिंग सेंटर, फीजियोथेरेपी रूम एवं अन्य ओपीडी होगी। अम्बाला ही नहीं आसपास राज्यों के मरीजों को भी इस अस्पताल में ईलाज की बेहतर एवं आधुनिक सुविधा प्रदान हो सकेगी। 

 

 

स्टेट ऑफ आर्ट प्रयोगशाला बनेगी अस्पताल परिसर में 
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि अस्पताल परिसर में ही प्रयोगशाला का पांच मंजिला अलग से भवन बनाया जाएगा। यहां स्टेट ऑफ आर्ट प्रयोगशाला बनाई जाएगी जहां 24 घंटे के भीतर ही सेंपल रिपोर्ट तैयार होगी। अब तक टीबी से जुड़े कई टेस्ट करनाल प्रयोगशाला में हो रहे थे जोकि अब अम्बाला में भी होंगे। यहां वीरोलॉजिकल रिसर्च एवं डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला होगी जोकि दिल्ली आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त होगी। प्रयोगशाला में आधुनिक मशीनों से टेस्ट परफार्म किए जाएंगे। इसके अलावा बॉयोकेमिस्ट्री, बैक्टीरियोलॉजी, फंगल, मॉलीक्यूलर एवं पैथ लैब होगी। यह लैब 24 घंटे निरंतर चलेगी और लैब में प्राइवेट सेंपल भी चैक किए जाएंगे।  

 

रेडियोलॉजी डिपॉर्टमेंट में सीटी स्कैन व अन्य टेस्ट हो सकेंगे
स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने बताया कि अस्पताल में रेडियोलॉजी डिपॉटेमेंट भी होगा जहां एक्सरे, अल्ट्रासाउंड एवं सीटी स्कैन सुविधा भी मिलेगी। अस्पताल में फेफडों के भी संपूर्ण टेस्ट किए जा सकेंगे जिनसे यह जानकारी मिल सकेगी कि फेफडें की कितनी वर्किंग है। यहां संपूर्ण पीएफटी लैब होगी। यह टेस्ट हरियाणा में अब तक केवल पीजीआई रोहतक में किए जा रहे हैं जोकि आगे अब अम्बाला में भी हो सकेंगे।  इसी तरह, अस्पताल में अलग-अलग वार्ड होंगे और हर वार्ड में ऑक्सीजन पाइप लाइन उपलब्ध होगी। यहां 10 प्राइवेट रूम के लिए अलग से वार्ड होगा। अस्पताल में दो आईसीयू होंगे। चौबीस घंटे आईसीयू में इकोकार्डियोग्राफी, अल्ट्रासाउंड एवं चेस्ट एक्सरे सुविधा होगी। इसके अलावा दस बेड की क्षमता वाला हाई डिपेंडेंसी यूनिट, आप्रेशन थियेटर, स्लीप स्टडी लैब, टीबी वार्ड एवं अन्य वार्ड और सुविधाएं भी होगी। 


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Content Writer

Isha

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