कोयला की स्थिति में काफी सुधार आया है और अगले 7-8 दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी: पीके दास

punjabkesari.in Monday, Oct 18, 2021 - 06:25 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): देशभर में पिछले कुछ दिनों से थर्मल प्लांटों के लिए कोयले की सप्लाई के कारण आया संकट फिलहाल टल गया है। कोयला की स्थिति में काफी सुधार आया है और अगले सात, आठ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। कोयले की सप्लाई में धीरे-धीरे सुधार आने लगा है। हरियाणा में यमुनानगर, पानीपत व हिसार में कोयले पर आधारित थर्मल प्लांट है। यमुनानगर व हिसार में जहां-जहां दो-दो इकाइयां मरम्मत के चलते बंद हैं, वहीं यहां एक-एक यूनिट में बिजली उत्पादन हो रहा है।

कोयले के संकट के चलते जहां तीनों थर्मल प्लांटों में कोयले का स्टॉक शून्य हो गया था और किसी भी समय थर्मल को बंद करने के हालात पैदा होने लगे थे। वहीं हरियाणा के बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास द्वारा किए गए ठोस प्रयास का असर हुआ और कोयले की सप्लाई धीरे-धीरे सामान्य की तरफ लौटने लगी। हरियाणा में अगर सभी थर्मल प्लांट व उनकी सभी इकाइयां उत्पादन शुरू करती हैं तो प्रतिदिन 12 रैक कोयले की डिमांड है, जबकि फिलहाल सप्लाई प्रतिदिन 8 रैक हो रही है। यमुनानगर में जहां इस समय 2 से 3 दिन का कोयला स्टॉक में है।

वहीं पानीपत में भी 2 से 3 दिन और हिसार में 1 से 2 दिन का कोयला स्टॉक में है। कोयले की खदानों से हरियाणा के लिए कोयला आना शुरू हो चुका है जो 3 से 4 दिन के अंतराल में हरियाणा के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंच रहा है, जिसके चलते अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं । हरियाणा के खेदड़ में जहां दो इकाइयां स्थापित हैं, वहां नवंबर 2020 से एक इकाई में तकनीकी खराबी आने से उत्पादन ठप है। बताया जाता है कि यह थर्मल की इकाई चाइना द्वारा स्थापित की गई थी, जिसमें नवंबर माह के दौरान टरबाइन में दिक्कत आ गई। हरियाणा ने इसके लिए चाइना से संपर्क किया, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद चाइना से सभी तरह का आदान-प्रदान बंद कर दिया गया था। अब फिर से सरकार ने टरबाइन के लिए आर्डर किया है जो मार्च तक हरियाणा में पहुंचने की उम्मीद है। उसी के बाद ही थर्मल की दूसरी यूनिट में उत्पादन शुरू हो पाएगा। वही यमुनानगर में भी थर्मल की एक यूनिट लंबे समय से मुरम्मत के लिए बंद थी जिसे इसी महीने के अंतिम सप्ताह में उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है।

अडानी ग्रुप से हरियाणा को 1424 मेगावाट बिजली सप्लाई बंद
अडानी ग्रुप से हरियाणा को 1424 मेगावाट बिजली मिलती थी, जिसके लिए हुड्डा सरकार ने 25 वर्षों के लिए समझौता किया था, लेकिन कुछ कारणों से अडानी ग्रुप ने हरियाणा को बिजली की सप्लाई जून व जुलाई में धीरे धीरे कम कर दी और 25 अगस्त से हरियाणा को मिलने वाली 1424 मेगावाट बिजली की सप्लाई पूरी तरह बंद कर दी गई है। अब हरियाणा को  अपने थर्मल प्लांटों को तैयार करके उनसे उत्पादन लेना है। अडनी ग्रुप से हुए समझौते के बाद हरियाणा के विभिन्न थर्मल प्लांटों में उत्पादन कम कर दिया गया था जबकि कुछ थर्मल बातों को बंद कर दिया गया था।

क्या कहते हैं बिजली  विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास
हरियाणा बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का कहना है कि कोयला की स्थिति में काफी सुधार आया है और अगले सात, आठ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फसल की कटाई और बारिश के मौसम के चलते बिजली की खपत कम हुई है। हरियाणा ने कल 15 करोड़ यूनिट बिजली की सप्लाई की है। उन्होंने कहा प्रदेश में कोयले की कमी के बावजूद किसी भी यूनिट को बंद नहीं करना पड़ा।
 

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Content Writer

Shivam

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