तकीनीकी शिक्षा बोर्ड के उपनिदेशक से मिले पॉलिटेक्निक के छात्र, बिना परीक्षाओं प्रमोट करने की मांग: बंसल
punjabkesari.in Monday, Jun 21, 2021 - 05:41 PM (IST)
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): पॉलिटेक्निक सेक्टर 26 पंचकूला व नानकपुर पॉलिटेक्निक के छात्रों ने परीक्षाओं को लेकर बने संशय के चलते ऑनलाइन परीक्षाएं या फिर बिना परीक्षाओं के प्रमोट करने के लिए तकनीकी शिक्षा के निदेशक के नाम उपनिदेशक महेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस छात्र इकाई एनएसयूआई आरटीआई सेल के राष्ट्रीय कन्वीनर दीपांशु बंसल के नेतृत्व में अमन पांचाल छात्र नेता एबीवीपी,अभिनव गुप्ता एनएसयूआई नेता,बलराम एबीवीपी नेता,रितिका,विजय,आयुषी,रमन,गौरव,अजय,अभिषेक,विकास समेत अन्य छात्र तकनीकी शिक्षा विभाग के मुख्यालय में ज्ञापन देने पहुंचे जहां प्रमुख रूप से कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया।
उपनिदेशक महेंद्र से भेंट करते हुए दीपांशु बंसल ने उन्हें बताया कि अभी हालात सामान्य नही है ऐसे में ऑफलाइन परीक्षाओं का कोई औचित्य नही है जिसपर उपनिदेशक ने आश्वस्त करते हुए कहा कि अभी शैक्षणिक सत्र 20 जुलाई 2021 तक है,यदि उसके बाद हालात सामान्य नही रहे तो 1 अगस्त से पहले पहले बिना परीक्षाओं के इंटरनल असेसमेंट या फिर पिछले परिणामो के आधार पर छात्रों को प्रमोट करने के फैसले पर ही विचार किया जाएगा क्योंकि छात्रों की सुरक्षा से बढ़कर कुछ नही है।
दीपांशु बंसल ने कहा कि यदि छात्रों के हितों के विरुद्ध लिया गया तो हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ने का काम किया जाएगा।उपनिदेशक ने यह भी आश्वस्त किया है कि यदि केसों में कमी नही आई यानी केस 10 हजार प्रतिदिन से कम नही आए तो छात्रों की सहमति के बिना कोई फैसला नही लिया जाएगा।ऐसे में बिना परीक्षाओं के ही पॉलिटेक्निक के छात्रों को प्रमोट करने के विकल्प पर विचार किया जाना निश्चित है। साथ ही दीपांशु ने बताया कि कुछ दिनों पहले एचएसबीटीई ने एक नोटिस जारी किया था जिसमें कहा गया था कि यदि आवश्यक हो तो एचएसबीटीई परीक्षा में देरी करेगा और वे परीक्षा को फिलहाल के लिए रद्द भी कर सकते हैं।यह अधिकांश छात्रों के लिए असुविधाजनक होगा और छात्रों के जीवन और भविष्य को खतरे में डाल देगा।
कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई, आईसीएसई,एचबीएसई,अन्य स्कूल बोर्डों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने अपने पिछले परिणामों के आधार/इंटरनल असेसमेंट पर या फिर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है। हम सभी इस तथ्य से अवगत हैं कि भारत में कोविड-19 के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। अभी भी 18-44 आयु वर्ग के लोगों को पूरी तरह से टीका नही लगाया गया है, हालाँकि कोविड 19 का प्रसार दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और चिकित्सा रिपोर्टों के अनुसार तीसरी लहर 6-8 सप्ताह में आने वाली है।
दीपांशु बंसल ने उपनिदेशक से कहा है कि छात्रों के सुझाव पर विचार करें कि या तो पिछले वर्ष के परिणामों/इंटरनल असेसमेंट के आधार पर प्रमोट करे।परीक्षा तिथियों में देरी के बजाय जल्द से जल्द ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करें या छात्रों को प्रमोट करे।