प्याज के बाद आसमान पर हरी सब्जियों के दाम

punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2020 - 11:27 AM (IST)

फरीदाबाद(महावीर गोयल): सर्दी के मौसम में जहां लोगों पर ठंड की मार पड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ सब्जियों व करियाना के सामान के बढ़ रहे दामों ने आमजन के लिए दो वक्त की रोटी भी छीनने की स्थिति बना दी है। सब्जी व दालों के बढ़ रहे दामों के कारण गरीब आदमी के लिए दालें व सब्जी की खरीद करना भी मुश्किल हो चुकी है। प्याज ने तो पहले ही लोगों के आंसू निकाल रखे हैं इसके अलावा अदरक, लहसुन सहित हरी सब्जियों के दाम भी आसमान पर है। यही कारण है कि सर्दी के मौसम में लोगों का खान-पान काफी ठंडा नजर आ रहा है। अभी तक प्याज के भाव आसमान पर हैं और लोगों को सब्जियों में तड़का कैसे लगे यहीं चिंता थी।

अब इसी राह पर बढ़ी सब्जियों की महंगाई से महिलाओं की पूरी रसोई तप उठी है। एक सप्ताह के अंतराल में सब्जियों के भाव में पांच से 10 रुपये के आए उछाल से रसोईं का बजट गड़बड़ा गया है। स्थिति यह है कि अभी तक लोग प्याज से किनारा किए थे वहीं अब अब आलू व गोभी जैसी सब्जियां भी गरीब व मध्यम वर्ग के परिवारों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। प्याज व लहसुन की कीमत तो आसमान छू ही रही थी। 80 से 120 रुपये किलो तक प्याज व 200 रुपये किलो बिक रहे लहसुन से लोग किनारा किए हुए थे। गत दिवस बिगड़े मौसम व कई जगह बारिश के बाद सब्जियों की आवक कम होने से इनके भाव भी ताव खाने लगे हैं। सर्दियों में हरी सब्जियां सस्ती होने लगती हैं, लेकिन इस बार कहानी बिल्कुल उलट है। हरी सब्जियों के दाम कम होने के बजाय बढ़ गए हैं। गोभी, पालक, भिंडी के अलावा टमाटर, गाजर, प्याज और अन्य सब्जियों की कीमतों में गिरावट नहीं आ रही है।

लिहाजा ग्राहकों की जेब पर एक बार फिर महंगाई की मार पड़ रही है। सब्जियों का राजा कहा जाने वाला आलू ठंडा हो गया है।  मटर की कीमत में इजाफा हो गया है। पिछले कुछ दिनों से मौसम के तापमान में गिरावट होने और अधिक ठंड पडऩे के चलते किसानों की चिंता साफ दिखाई देने लगी है। जिले में हरी सब्जियों समेत अन्य फसलों पर ओस की बूंदें जमने लगी हैं। इससे पाला पडऩे की संभावना जताई जा रही है। खासकर धनिया, मिर्च टमाटर, पत्तागोभी, फूलगोभी, पालक, भिंडी, पालक, मैथी, बथुआ की पैदावार प्रभावित हो गई है। फरीदाबाद फल एवं सब्जी मंडी में बहुत कम किसान अपनी सब्जी लेकर आ रहे है। हरी सब्जियों की आवक भी कम हो गई है। इसका असर सब्जियों के दाम पर पड़ रहा है। पालक, मैथी व चने के साग की आवक सबसे कम हो रही है।  पिछले साल इन्हीं दिनों में यह तीनों सब्जियां थोक में 10 रुपये प्रति किलो थी पर इस बार इनके दाम 20 रुपये प्रति किलो से कम नहीं हो पा रहे हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News

static