बारात रोके जाने का मामला: राजूपतों ने कहा- SHO दलित होने के चलते कर रहा झूठी कार्रवाई(VIDEO)

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 09:16 PM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी): फरीदाबाद के गांव महावतपुर में बरात रोकने के मामले में आज राजपूत समाज के लोग पुलिस आयुक्त से उनके सेक्टर 21 कार्यालय पर मिलने पहुंचे, जहां राजपूत समाज के लोगों ने अपने बेकसूर होने की दुहाई दी। इसके साथ ही पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया।

राजपूत समाज के लोगों ने बताया कि झूठे केस को तूल दिया जा रहा है। देर रात को भी पुलिस उनके घर पहुंची और जबरदस्ती लोगों को उठाने की कोशिश की गई जिसमें एक गर्भवती महिला को भी चोट आई है, जिसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। समाज के लोगों का अरोप है कि भूपानी थाना प्रभारी दलित समाज से होने के कारण उन पर झूठी कार्रवाई कर रहा है। उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। वह चाहते हैं इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।

दूसरी ओर मामले को लेकर दलित समुदाय के लोगों ने खेड़ी पुल बाईपास रोड स्थित मंदिर पर महापंचायत की, जिसमें सैकड़ो दलित समुदायों के नेता और प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। इस महापंचायत में 30 सदस्यों की एक कमेटी गठित की गई जो इस पूरे मामले की देखरेख करेगी। वहीं आपसी समझौता को लेकर चल रही खबरों को पूर्णविराम लगाते हुए दलित नेताओं ने साफ कर दिया कि जब तक सभी आरोपी पक्ष के सदस्यों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक दूसरे पक्ष से कोई भी बातचीत नहीं की जाएगी।

गौरतलब है कि फरीदाबाद के भूपानी थाना क्षेत्र के महावतपुर गांव में एक अनुसूचित जाति की लड़की की शादी के लिए आई बारात को गांव में घुसने नहीं दिया। दलित परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव राजपूत समाज के लोगों द्वारा रास्ते में ट्रैक्टर लगाकर बारात को रोक दिया। जिसके बाद किसी तरह दूल्हे को घर तक लाकर परिजनों ने अपने बेटी की शादी कराई।

जबकि राजपूत समाज के लोगों का कहना है कि तीन बुजुर्गों के दिल का ऑपरेशन हुआ था। हमने सिर्फ तीव्र संगीत कम करने का आग्रह किया था। राजपूतों का आरोप है कि इतनी सी बात पर अनुसूचित जाति के लोगों ने पुलिस को शिकायत दे दी। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। जिसके बाद से पुलिस ने मामले राजपूत युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।


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Shivam

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