रेलवे कर्मचारी ही निकले चोर, चौकीदार की मिलीभगत से स्टोर से करते थे सामान चोरी

punjabkesari.in Saturday, Aug 13, 2022 - 08:37 AM (IST)

अम्बाला छावनी : स्वतंत्रता दिवस के मददेनजर चलाए गए अभियान के तहत आर.पी.एफ. को बड़ी कामयाबी हासिल हुई। चैकिंग के दौरान रेलवे स्टेशन के नजदीक स्टोर के बाहर से शक के आधार पर जांच पड़ताल की गई तो रेलवे कर्मचारियों के पास से कांटेक्ट वायर, जम्पर वायर व ड्रापर वायर बरामद हुए। जांच में पाया गया कि कर्मचारी चौकीदार की मिलीभगत से स्टोर से सामान चोरी करते थे। इसके बाद आर.पी.एफ. की ओर से तीनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।


 दरअसल, अम्बाला छावनी के रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता दिवस के मददेनजर आर.पी.एफ. की ओर से अभियान चलाया गया। इसी के मददेनजर रेलवे लाइनों पर चलकर कर्मचारी अपनी ड्यूटी रहे थे और जिनमें एस.आई. कविता व ए.एस.आई. अविंदर कुमार, कांस्टेबल नरेश कुमार शामिल हैं।  जैसे ही वह पड़ाव थाने की तरफ जा रहे पावर गेट नंबर 103 के समीप पहुंचे तो देखा के गेट के बाहर एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर बैठा हुआ है और 2 व्यक्ति खाकी रंग की वजनी बोरे को झाडिय़ों से निकालकर मोटरसाइकिल के ऊपर रख रहे थे।  इस दौरान शक होने पर दबिश देकर रोक लिया और मोटरसाइकिल पर रखे बोरे की नीचे उरतवाकर देखा तो उसमें कांटेक्ट वायर, जम्पर वायर, ड्रापर वायर मिली। इस दौरान जब उनसे पूछताछ की गई तो सारा सच सामने आ गया।

इसके बाद आर.पी.एफ. की ओर से उन्हें हिरासत में ले लिया गया। जिन लोगों को पकड़ा उनमें राकेश कुमार निवासी रेलवे कालोनी एस.एस.ई. टी.आर.डी., अनिल कुमार निवासी रेल विहार अम्बाला छावनी तथा प्राइवेट कर्मचारी चौकीदार गौरखनाथ निवासी हिम्मतपुरा शामिल हैं। रेल कर्मचारियों से बरामद सामान डी.आर.डी. डिपो अम्बाला में ड्यूटी के दौरान चोरी की नीयत से कैश कंपनी के स्टोर से प्राइवेट चौकीदार की मदद से चुराकर बोरे में भरकर झाडिय़ों के रास्ते ले जाने की फिराक में थे। 


जांच के दौरान आर.पी.एफ. ने किए कई खुलासे

जांच के दौरान पाया गया कि चौकीदार व रेलवे कर्मचारियों की मिलीभगत से रेलवे संपत्ति को नुक्सान पहुंचाया जा रहा था। इस दौरान आर.पी.एफ. ने जांच पड़ताल की तो पाया गया कि स्टोर से सामान चोरी करते समय इन लोगों की ओर से वहां लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों को भी बंद कर दिया जाता था ताकि किसी को इस मामले का पता ही नहीं चल सके। यह भी संभव है कि इन आरोपियों द्वारा पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दिया हों।  वहीं दूसरी बात यह है कि जब रेल कर्मचारी ड्यूटी के दौरान इस तरह का कार्य करते हुए पाए जाते हैं तो रेलवे की ओर से अपनी कार्रवाई भी की जाती है। आरोपियों से पकड़ी गई वायर की कीमत लगभग लगभग 10 हजार रुपए बताई जा रही है। 
 


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Content Writer

Isha

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