आंदोलन खत्म होने के मुगालते से बाहर निकले सरकार: राजन राव

punjabkesari.in Friday, Jan 01, 2021 - 05:51 PM (IST)

गुरुग्राम (गौरव): हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्षा, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन राव ने सातवें दौर की वार्ता में किसानों और सरकार के बीच सहमति नहीं बनने का ठीकरा सरकार के सिर फोड़ा है। उन्होंने इसका कारण सरकार की जिद को बताया। उन्होंने कहा कि बातचीत की टेबल पर सरकार को अपना अहम और जिद छोडऩी होगी। सरकार की जिद के कारण सातवें दौर की वार्ता में किसान और सरकार के बीच सहमति नहीं बन पाई। अगर सरकार कानून रद्द नहीं करने और एमएसपी पर कानून नहीं बनाने की जिद छोड़ दे तो किसान अपने घरों को लौटने को तैयार है।

राव ने कहा कि पहले दौर की वार्ता से ही यह तय हो गया था कि किसानों और सरकार के बीच गतिरोध का असली कारण सरकार की हठ धर्मिता है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुगालते से भी बाहर निकलना होगा कि किसान उसकी चिकनी चुपड़ी बातों में आकर आंदोलन खत्म कर देंगे। कानूनों को रद्द होने तक किसान अपना आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं है, सरकार को यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए। 

राव ने कहा कि जब दो मुद्दों पर सहमति बन सकती है तो सरकार को कानून रद्द करने और किसानों को एमएसपी की गारंटी देने में क्या दिक्कत है। इससे साफ है कि सरकार की नीयत में कहीं ना कहीं बड़ा खोट है। किसानों की सहमति से सरकार नए कानून बनाने पर फैसला ले और इस गतिरोध को तत्काल खत्म करे। लेकिन सरकार अपनी जिद और अहम के कारण ऐसा नहीं कर रही है। सरकार को इस देश के अन्नदाता से कोई सरोकार नहीं है। 

उन्होंने कहा कि अब लोग भाजपा की नियत और नीति समझ चुके हैं। झूठ धूल का बवंडर ज्यादा देर तक नहीं टिकता। अब भाजपा के झूठे दावों और वादों का बवंडर टूटने लगा है। प्रदेश में इसकी शुरुआत बरोदा उपचुनाव से हुई थी। स्थानीय निकाय चुनावों में भी लोगों ने भाजपा को नकार दिया है। अन्नदाता का अपमान कर भाजपा और जजपा की सरकार शासन करने का अधिकार खो चुकी है। आने वाले समय में प्रदेश के साथ देश का मतदाता भाजपा और उसके सहयोगी दलों से उनके कुकृत्यों का बदला लेगा।


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Shivam

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