जेल में रमन बाल्मीकि की मौत का मुद्दा हुआ गर्म, प्रदेश अध्यक्ष ने की CBI जांच की मांग

punjabkesari.in Wednesday, Apr 29, 2020 - 10:30 AM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी) : यमुनानगर जेल में बंद रमन बाल्मीकि की अचानक संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। इसको लेकर नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा बाल्मीकि और दलित अधिकार मंच ने प्रेस वार्ता करते हुए आंदोलन को धमकी दी और कहा कि इस मामले की सरकार सीबीआई जांच करवाए। अन्यथा हरियाणा में बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदार हरियाणा सरकार होगी। यह बयान आज नगरपालिका कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेश शास्त्री ने जारी किया।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने अन्य संगठनों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में कहा की यमुनानगर में बाल्मीकि जयंती पर कुछ दबंगों ने हमला किया था जिस में मुकदमा दर्ज होने के बाद कुछ लोग जेल में गए थे। वहीं कुछ की जमानत हो गई थी लेकिन इसके बाद 10 मार्च को होली पर बाल्मीकि मोहल्ले में हमला किया गया  जिसके संदर्भ में दोनों तरफ से क्रास मुकदमा दर्ज किया गया और बाल्मीकि परिवार  पर  धारा 307 लगाई गई। 

इस मामले में रमन बाल्मीकि वांछित था इसे बीपी 22 अप्रैल को उसके पिता ने कोर्ट में पेश कर दिया इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। इसी दौरान 25 अप्रैल को जेल प्रशासन ने परिजनों को यह कहते हुए फोन किया की रमन बाल्मीकि को दौरा पड़ा है जिसे ट्रामा सेंटर में ले जाया जा रहा है आप वहां आ जाएं लेकिन जब परिजन वहां पहुंचे तो डॉक्टरों ने रमन को मृत घोषित कर दिया था। 

जेल प्रशासन ने बताया कि रमन को फूड प्वाइजनिंग हुआ है। इसी मुद्दे को उठाते हुए नरेश शास्त्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि यदि उसको फूड प्वाइजनिंग हुआ था तो जेल के बाकी सैकड़ों कैदियों में से किसी और को फूड प्वाइजनिंग क्यों नहीं हुआ। यह एक तरह से हत्या का मामला है इसलिए सरकार इस मुद्दे पर सीबीआई जांच करवाएं और जांच के दौरान जेल प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग को अनसुना किया गया तो हरियाणा के 50,000 बाल्मीकि आंदोलन करने पर मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।


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Edited By

Manisha rana

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