एसवाईएल के नाम पर ड्रामा कर रही है भाजपा, देश को अराजकता की आग में झोंकने का प्रयास: राव

punjabkesari.in Saturday, Dec 19, 2020 - 07:27 PM (IST)

गुरुग्राम (गौरव): हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्षा, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन राव ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की बजाय भाजपा एस वाई एल के नाम पर ड्रामा कर रही है। एसवाईएल को लेकर आज पूरे प्रदेश में भाजपा के उपवास को उन्होंने खिसियाई बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत करार दिया। उन्होंने कहा कि जब भाजपा से किसान आंदोलन शांत करते नहीं बन रहा तो प्रदेश में अराजकता का माहौल बनाना चाह रही है। कई स्थानों पर आज हिंसक झड़पें इस बात की गवाह है कि भाजपा समाज को बांटकर वैमनस्य पैदा करने का प्रयास कर रही है। इन कृषि कानूनों की सच्चाई भाजपा के नेताओं को भी पता है। यही कारण है कि भाजपा इस पूरे मसले पर एकमत नहीं हो पा रही है।

राव ने कहा कि कई स्थानों पर भाजपा के नेताओं की उपवास कार्यक्रमों से दूरी इस बात का प्रमाण है कि भाजपा नेता भी कानूनों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में स्थानीय सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री ने उपवास कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। उन्होंने हमेशा ही इस इलाके को गुमराह करने का काम किया है, वो दक्षिण हरियाणा को बताएं कि उन्होंने एसवाईएल को लेकर आज तक क्या प्रयास किए? 

उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह जनता को बताए कि उन्होंने प्रदेश और केंद्र सरकार से कितनी बार एस वाई एल पर पैरवी कि है। प्रदेश के मुखिया निकाय चुनाव के लिए प्रचार कर रहे हैं। नारनौल से लेकर रेवाड़ी का दौरा कर रहे हैं। वो एक बार भी जाकर किसानों से क्यों नहीं मिले? उन्होंने कहा कि आज किसानों की लड़ाई एक तरह से केंद्र की भाजपा सरकार के तानाशाह रवैए से देश को बचाने की लड़ाई है। यह अकेले किसानों की लड़ाई नहीं है। यह हर उस भारतीय की लड़ाई है जो देश को तानाशाही से बचाना चाहते हैं। 

राव ने कहा इस तानाशाह सरकार को यह अहसास कराया जा सकता है कि देश के नागरिकों पर जबरदस्ती थोपा गया कोई भी काला कानून इस देश की जनता को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दरअसल सरकार मुगालते में थी कि पूर्व में थोपे गए कानूनों की तरह ही कृषि कानूनों को भी अन्नदाता या देशवासी सहज ही स्वीकार कर लेंगे। इसीलिए सरकार ने मनमाने ढंग से लॉकडाउन में यह कानून लागू किया। सरकार अपनी ओर से पूरी तैयारी के साथ ये कानून किसानों पर थोपना चाहती थी, लेकिन देश के अन्नदाता ने सरकार का यह भ्रम तोड़ दिया। हालांकि एक बार सरकार को भी लगा होगा कि जो वो चाहती है वो सहज में ही हो गया, लेकिन यह मालूम नहीं था कि पंजाब में इसके विरोध में चिंगारी सुलग रही है जो अब प्रचंड ज्वाला बन चुकी है। 

राव ने कहा कि पंजाब से हरियाणा के रास्ते होकर यह आग अब दिल्ली की सडक़ों से होती हुई देश के कोने कोने में पहुंच गई है। पूरा देश अन्नदाता के साथ देश बचाने की इस जंग में शामिल हो रहा है। अपने हकों के लिए हर देशवासी को यह लडऩी लडऩी होगी।  उन्होंने कहा कि अगर आज इस लड़ाई को हमने अधूरी छोड़ दिया तो सरकार का जुल्म और बढ़ेगा। छह साल से जो तानाशाही देश झेलता आ रहा है, इसका पटाक्षेप यहीं करना होगा। इस सरकार को यह बताना होगा कि सत्ता और बहुमत के मद में चूर होकर यह अपनी मनमर्जी नहीं चला सकती। इस देश का संविधान सबको अधिकार देता है। सबको अपने हिस्से का हक मांगने का अधिकार है और वो हक जनता लेकर रहेगी।


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Shivam

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