फर्जी ईडी अधिकारी बनकर राइस मिलर्स एसो. के प्रदेश उपाध्यक्ष से ठगे 20 लाख

punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2020 - 03:31 PM (IST)

करनाल(के.सी.आर्य)-  फर्जी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का अधिकारी बनकर राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष से 20 लाख रुपये ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने राइस मिलर्स की शिकायत पर दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन के रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपी के अन्य साथी को गिरफ्तार किया जाएगा और राशि बरामद की जाएगी। वहीं, निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रमोद कुमार चेक फ्रॉड सहित पहले से ही दो मामलों में जमानत पर है।

पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी इतने शातिर हैं कि उन्होंने पहले तो विनोद गोयल को फर्जी ईडी का सम्मन भेजा। इसके बाद गोयल को गिरफ्तारी का भय दिखाया और ईडी में टैक्स जमा कराने का दबाव बनाया। दबाव में आने के बाद मिलर्स ने दोनों व्यक्तियों को 20 लाख रुपये विभाग में जमा कराने के लिए दे दिए। इस पर आरोपियों ने पैसे जमा कराने की फर्जी रसीद भी थमा दी। इसके बाद जब विनोद गोयल दिल्ली ईडी विभाग पहुंचे और पूछताछ की तो सम्मन और रसीद दोनों नकली निकले। इस पर उन्होंने मामले की शिकायत एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया को दी। शिकायत मिलने पर एसपी ने तुरंत केस दर्ज करने के आदेश दिए। सिटी थाना पुलिस ने इस मामले में धारा 419, 420, 406, 384, 506, 467, 468, 471, 474 भा.द.स. के तहत दर्ज किया है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सीआईए-2 इंचार्ज निरीक्षक दीपक कुमार ने उप-निरीक्षक सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में टीम का गठन किया। सुरेंद्र सिंह व उनकी टीम ने एक आरोपी प्रमोद कुमार वासी चोरपूरा थाना इंद्री को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को सोमवार को अदालत के सामने पेशकर सात दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। निरीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि आरोपी प्रमोद कुमार व उसके एक अन्य साथी अजय कुमार वासी कनिका रेजीडेंसी मेट्रो रेलवे स्टेशन के पास शालीमार दिल्ली के साथ मिलकर ठगी की है। दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। 

विनोद गोयल से 20 लाख रुपये लेने के बाद आरोपियों ने तरावड़ी के एक मिलर्स को और फर्जी सम्मन भेज दिया। इस पर जब संबंधित मिलर्स दिल्ली ईडी विभाग पहुंचे तो उन्होंने पता किया तो नोटिस फर्जी निकला। इस पर तरावड़ी के मिलर्स ने विनोद गोयल को इसकी जानकारी दी तो विनोद गोयल को इस फर्जीवाड़े का पता चला। 
 


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Isha

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