रोहतक हत्याकांड: खूनी खेल में अब तक हो चुकी कुल 6 लोगों की मौत

punjabkesari.in Wednesday, Feb 17, 2021 - 10:45 AM (IST)

रोहतक (दीपक): जाट अखाड़े में हुए हत्याकांड में माता-पिता को खो चुके 3 साल के मासूम सरताज ने भी 4 दिन बाद दम तोड़ दिया। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे सरताज की उपचार के दौरान मौत हो गई। गोली सरताज की आंख को क्षतिग्रस्त करते हुए सिर के आर-पार निकल गई थी। घायल होने के तुरंत बाद उसे उपचार के लिए पी.जी.आई.एम.एस. में वैंटिलेटर पर रखा था। चिकित्सकों की विशेष टीम उसका इलाज करने में जुटी रही, लेकिन आखिर में सरताज भी सबको छोड़कर चला गया।

ज्ञात रहे कि जाट कालेज के अखाड़े में हुए खूनी खेल में हत्यारोपी कोच ने सहायक प्राध्यापक मनोज मलिक, उसकी पत्नी साक्षी मलिक को गोली मारने के बाद 3 साल के सरताज के सिर में भी गोली मार दी थी। मनोज और साक्षी की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि सरताज पी.जी.आई. में दाखिल था। इनके अलावा 3 अन्यों की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। चिकित्सकों के मुताबिक सरताज की स्थिति में सुधार होने के बाद आंख का आपरेशन किया जाना था। मगर सरजात की जान नहीं बची। 

सरताज को ऊपर कमरे में छोडऩे को कहा था
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सरताज  अखाड़े के बाहर अन्य पहलवानों के साथ खेल रहा था। कोच मनोज मलिक से रंजिश रखने वाले हत्यारोपी सुखविंदर ने अन्य पहलवानों को बोलकर सरताज को ऊपर कमरे में छोडऩे के लिए कहा था। इसके बाद ही उसने वारदात को अंजाम दिया। पहले सूचना थी कि सरताज को गोली नहीं बल्कि छर्रे लगे थे, लेकिन चिकित्सकों की जांच में सामने आया कि उसको भी सिर में गोली मारी गई थी। इससे स्पष्ट है कि आरोपित मनोज मलिक के वंश को भी खत्म करने की मंशा रखता था, इसलिए उसने मासूम को भी नहीं बख्शा।  

मनोज मलिक के पिता चंद्र सिंह मलिक ने नम आंखों से कहा कि पूरा परिवार बिखर गया। बेटा मनोज और पुत्रवधू इस दुनिया से चले गए हैं। अब उनका वंश सरताज ही परिवार की उम्मीद था, यह आखिरी उम्मीद भी अब नहीं रही। पुलिस ने मासूम का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया।   


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Content Writer

Isha

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