नर्सिंग छात्रावास के प्रथम तल पर गिरा छत का मलबा, 2 घायल

punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2020 - 08:45 AM (IST)

भिवानी (पंकेस) : सूरत-ए-हाल नॄसग छात्रावास पिछले 20 साल से नासाज है। यहां समय-समय पर हादसे होते हैं और अधिकारी भरोसा देते हैं कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। मगर भरोसा देने वाले अधिकारी आते रहे और जाते रहे। नर्सिंग छात्रावास की हालत दिन-प्रतिदिन और खस्ता होती गई। अब तो नौबत यह आ गई है कि न जाने 4 मंजिला नर्सिंग छात्रावास के किस तल पर किस समय मलबा गिर जाए और बड़े हादसे का कारण बन जाए।

पिछले 4 दिनों से नर्सिंग छात्रावास के प्रथम तल पर लगातार अलग-अलग कमरों में मलबा गिर रहा है और छात्राएं दहशत में सांस ले रही हैं। बुधवार को छात्राओं का गुस्सा फूटा तो वे सिविल सर्जन डा. जितेंद्र काद्यान के पास फरियाद लेकर पहुंची। सिविल सर्जन ने दो-टूक कह दिया कि उनके पास छात्राओं की समस्या का कोई समाधान नहीं है। नॄसग छात्रावास का भवन उनके अधीन नहीं आता। जब किसी ने फरियाद नहीं सुनी तो छात्राएं नॄसग छात्रावास के बाहर धरने पर बैठ गईं और बाद में उन्होंने शहर में प्रदर्शन किया। बुधवार को गिरे मलबे के चलते 2 छात्राएं घायल हो गईं। 

नर्सिंग छात्रावास की हालत बाहर से देख ले या अंदर से, खस्ता ही है। लैंटर के सरिए नजर आने लगे हैं, क्योंकि मसाला झड़ चुका है। इसके बावजूद रख-रखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर राग अलापते नहीं थकते, यहां हालत यह है कि न बेटी चैन से पढ़ सकती हैं और उनको बचाने का जिम्मा ऊपरवाले पर है। क्योंकि जिस जर्जर भवन में वे रह रही हैं, वहां एक पल का भरोसा नहीं कि किस समय क्या हो जाए। बुधवार सुबह नॄसग छात्रावास के प्रथम तल पर एक कमरे से मलबा गिरा तो नॄसग छात्रा कविता व मंजू घायल हो गई। भले ही उन्हें गुम चोट आई। इसके बाद साथी छात्राएं उन्हें उठाकर सुरक्षित स्थान तक लेकर आईं। 


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Isha

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