किरण चौधरी को पूर्व मंत्री सांगवान की चुनौती, बोले- BJP में शामिल होकर तोशाम से जीतकर दिखाएं

punjabkesari.in Friday, Nov 11, 2022 - 08:29 PM (IST)

चरखी दादरी(पुनीत): आदमपुर में कांग्रेस प्रत्याशी की हार के बाद पार्टी की गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। प्रदेश अध्यक्ष उदयभान द्वारा किरण चौधरी को लेकर दिए गए बयान के बाद दोनों गुटों के कई नेता भी खुलकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सतपाल सांगवान ने भी किरण चौधरी पर अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो अपने परिवार की नहीं हो सकती, वह भला कांग्रेस की कैसे हो सकती है। यही नहीं सांगवान ने तो किरण को चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा में शामिल होकर तोशाम से भी नहीं जीत सकती।

 

सतपाल बोले, प्रतिपक्ष रहने के दौरान एक भी विधायक को साथ नहीं रख पाई किरण

 

सतपाल सांगवान ने अपने दादरी स्थित निवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि किरण चौधरी को दिल्ली से हरियाणा में स्व. बंसीलाल के साथ लाने के लिए मैंने ही अगुवाई की थी। हालांकि पूर्व सीएम स्व. बंशीलाल उस समय मुझ पर नाराज भी हुए थे। परिवार को एक करने के लिए ही किरण चौधरी पर विश्वास किया था, लेकिन किरण ने मेरे साथ-साथ अपनों को भी धोखा दिया है। सांगवान ने कहा कि मुझे व अन्य कांग्रेसियों को हरवाने के लिए किरण चौधरी ने सांसद धर्मबीर सिंह सहित दूसरी पार्टियों के नेताओं से हाथ मिला लिया था। उन्होंने कहा कि किरण चौधरी ने हमेशा अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस के साथ धोखा किया है। पांच साल तक सीएलपी लीडर रहने के दौरान किरण चौधरी एक भी विधायक को अपने साथ नहीं रख पाई। यहां तक कि भिवानी जिले का एक भी पूर्व विधायक उनके साथ नहीं है। आज भाजपा के नेता भी मानते हैं कि अगर कांग्रेस में किरण जैसे नेता होंगे तो भाजपा के लिए कोई खतरा नहीं होगा।

 

किरण के भाजपा में जाने की अटकलों पर भी बोले सांगवान


वहीं किरण के भाजपा में जाने की चर्चाओं को लेकर सतपाल सांगवान ने कहा कि जब तक किरण कांग्रेस में रहेगी, तब तक वह हरियाणा में कांग्रेस को उभरने नहीं देगी। किरण कांग्रेस छोड़ती है, तो वह हरियाणा कांग्रेस के लिए बड़ा दिन होगा। सांगवान ने कहा कि किरण अगर भाजपा में जाती है, तो तोशाम से जीतकर दिखाए। किरण ने तो अपनों को ही खत्म करने की राजनीति की है। यही नहीं सतपाल सांगवान ने तो यहां तक कह दिया कि किरण ने 2019 के विधानसभा चुनाव में पैसे लेकर अपनों को टिकट दिलाई थी। इसके कारण चरखी दादरी से उनकी टिकट भी कट गई थी।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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