15 को गुरुग्राम में संस्कृति-संस्कृत संगम, अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र करेंगे शिरकत

punjabkesari.in Thursday, May 12, 2022 - 05:02 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): प्रदेश में संस्कृत के प्रचार-प्रसार में जुड़ी हरियाणा संस्कृत अकादमी गुरुग्राम में राष्ट्रीय स्तर पर 'संस्कृति-संस्कृत संगम' कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। कार्यक्रम में प्रदेश भर से सभी गुरुकुलों, संस्कृत महाविधालय संचालकों के साथ संस्कृत अध्यापकों को भी आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्वतगोष्ठी का भी आयोजन किया गया है। इसी कार्यक्रम में अकादमी द्वारा वर्ष 2017 से 2020 के पुस्तक पुरस्कार विजेताओं का भी सम्मान किया जाएगा।

अकादमी निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि अकादमी का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश में संस्कृत का माहौल पैदा करना है। पिछले तीन वर्ष से हम जड़ को मजबूत करने में लगे हुए हैं। धन के अभाव में मृतप्राय हो चुके संस्कृत संस्थानों को हरियाणा सरकार के मार्गदर्शन में मजबूत आधार देने का काम  अकादमी ने किया है। बिना किसी बाधा के केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय से संस्कृत संस्थानों को ग्रांट मुहैया करवाई जा रही है। पूर्व मध्यमा को 10वीं तथा उत्तर मध्यमा को 12वीं का दर्जा दिलवाया गया है। संस्कृत संस्थानों के समक्ष आने वाली समस्याओं और संस्कृत प्रचार-प्रसार में वे अपना और क्या योगदान दे सकते हैं। इसी सोच को लेकर गुरुग्राम में 15 मई को राष्ट्रीय स्तर पर ' संस्कृति-संस्कृत संगम' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

 

ये आएंगे कार्यक्रम में
डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि गुरुग्राम के सेक्टर 54 स्थित सनसिटी स्कूल में 15 मई को आयोजित कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक  दिनेश चन्द्र जी मुख्यातिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सनसिटी स्कूल के प्रबंध न्यासी लक्ष्मीनारायण गोयल जी करेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में निदेशक  (केंद्रीय योजनाएं) प्रोफेसर आर. जी. मुरली कृष्ण, अनुभाग अधिकारी (योजना) राजेश कुमार मिश्र के साथ-साथ हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के वाइस चैयरमेन वीपी यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इसके अलावा प्रमुख वक्ताओं में 

आस्था ब्रॉडकास्टिंग लिमिटेड के चैयरमेन और पतंजलि योगपीठ हरिद्वार (दिल्ली क्षेत्र) के प्रभारी कृष्णवीर शर्मा, संस्कृत अध्यापक संघ के प्रधान रामप्रसाद कौशिक, लज्जाराम संस्था के महंत राजेशस्वरूप जी महाराज शामिल रहेंगे। 
इन पुस्तक पुरस्कार विजेताओं का होगा सम्मान
डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि पुस्तक-पुरस्कारों में  ‘एकांकी संग्रह अनुवाद नाटक’ वर्ष 2017 के लिए पार्वती शर्मा (हिसार) की पुस्तक ‘शौर्यगाथा’ व नाटक विधा में कुरुक्षेत्र के डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल को पुस्तक ' प्रयोगपञ्चकम्' के लिए, ‘पद्य विद्या’ वर्ष 2018 के लिए डॉ. जोगेंद्र कुमार (भिवानी) को उनकी पुस्तक ‘जीवन सौरभम्’ के लिए, वर्ष 2018 के लिए सुशील कुमार शास्त्री (हिसार) की पुस्तक ‘वृक्षनाथपितामहऱ् सुरक्षित: ’ का चयन किया हुआ है। इसी तरह ‘गद्य विधा’ वर्ग में वर्ष 2019 के लिये डॉ. जितेंद्र कुमार (पंचकूला) को उनकी पुस्तक ‘मम सांस्कृतिक यात्रा:'  के लिए ,वर्ष 2020 में ‘पद्य विधा’ में जयपाल शास्त्री (भिवानी) को उनकी पुस्तक ‘अथ-काव्यमिदं में जीवनपाथेयं’ के लिये, डॉ. पीयूष अग्रवाल (अंबाला) का उनकी पुस्तक ‘नाट्यत्रयं’ (नाटक) के लिये चयन किया हुआ है। इन सभी सातों संस्कृत साहित्कारों को इसी कार्यक्रम में राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।


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Isha

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