कोरोना की दूसरी लहर, हांफता सिस्टम, दम तोड़ रही सांसें

punjabkesari.in Thursday, May 06, 2021 - 09:56 AM (IST)

करनाल : कोरोना की दूसरी लहर में ही सिस्टम हांफ चुका है। जिले में कोविड के मरीज लगातार दम तोड़ रहे हैं। आंकड़ा बताते हैं कि गत 3 दिन में ही 77 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जिले के एक्टिव मरीज ही 5761 हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में बाहर के संक्रमितों का भी यहां इलाज चल रहा है। जबकि जिले में 10 बैड ही खाली बचे हैं। प्रशासन के अनुसार जिले में ऑक्सीजन सहित नॉन ए.सी. बैड 416 हैं। बुधवार को इनमें से 406 भरे हुए थे। जबकि ऑक्सीजन सहित आई.सी.यू. बैड 206 हैं। इनमें से कोई बैड खाली नहीं है। इन सभी पर मरीजों का उपचार चल रहा है। संकट के इस दौर में ऑक्सीजन व बैड के लिए मारामारी शुरू हो चुकी है। बैड व ऑक्सीजन के लिए सिफारिशों का दौर जारी है। इनकी संख्या जल्द ही नहीं बढ़ाई गई तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। ऐसे में जरूरत इस बात की है कि प्रशासन जल्द से जल्द कोविड मरीजों के लिए पर्याप्त बैड की व्यवथा करे। कहीं ऐसा न हो कि गंभीर मरीजों की संख्या अचानक बढ़ जाए और प्रशासन हाथ खड़े कर दे। 

5 घंटे बैड की तलाश, फिर भी निराश 
सी.एम. सिटी में कोविड मरीज के परिजन 5 घंटे तक प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काटते रहे। लेकिन इन्हें कहीं भी बैड नहीं मिला। सैक्टर-13 निवासी सुशील ने बताया उनके मरीज को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। इसलिए उसे एम्बुलैंस में लेकर घूमते रहे। कई जगह से सिफारिश भी करवाई। बात नहीं बनी तो मजबूरी में अपने मरीज को बाहर ले जाना पड़ा। करनाल में बैड मिल जाता तो दिक्कत नहीं आती। सरकार को चाहिए कि करनाल में तुरंत बैड की संख्या बढ़ाई जाए। 

यह दावा किस बिनाह पर 
हालांकि इन सबके बीच प्रशासन का दावा है कि जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। सलाह दी जा रही है कि किसी को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं है। कोविड के लिए जिले के अस्पतालों में बैड की उचित उपलब्धता का दावा भी प्रशासन कर रहा है। करनाल निवासी प्रदीप, प्रवीन व नीरज का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि आखिर प्रशासन किस बिनाह पर यह दावा कर रहा है। अधिकारियों को चाहिए कि ग्राऊंड रिपोर्ट लें। हैल्पलाइन नम्बर जारी करें। कोविड मरीजों के परिजनों को यदि बैड के लिए भागदौड़ करनी पड़ रही है तो जनता का पैनिक होना स्वाभाविक है। 

अब 17 नहीं, 15 प्राइवेट अस्पताल अधिकृत 
कोरोना के उपचार के लिए जिले में मैडीकल कॉलेज के अलावा 15 प्राईवेट अस्पतालों को अधिकृत किया गया है। जबकि इससे पहले 17 निजी अस्पताल प्रशासन की ओर से अधिकृत किए गए थे। इसके बाद जिले में ऑक्सीजन सहित नॉन ए.सी. बैड की संख्या 441 से घटकर 416 पर आ चुकी है। ऑक्सीजन सहित आई.सी.यू. बैड भी 216 से 206 रह गए हैं। सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि 2 निजी अस्पतालों को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है। 

ए.सी.एस. का दावा : तीसरी लहर का रोडमैप तैयार 
कोरोना की दूसरी लहर में ही हांफ चुके सिस्टम के बीच जिला प्रशासन तीसरी लहर से निपटने का रोडमैप तैयार करने का दावा कर रहा है। भविष्य के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। ए.सी.एस. देवेंद्र सिंह के टू मेक करनाल थर्ड वेव प्रूफ प्लान के अनुसार करनाल में ऑक्सीजन के उत्पादन, आई.सी.यू. बैडों की संख्या के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने और कोरोना पॉजीटिव लोगों के घर द्वार पर ऑक्सीमीटर से लेकर मिनी सिलैंडर मुहैया करवाने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए औद्योगिक प्रतिनिधियों, होटल व्यवसायी, लिक्वर निर्माता, दवा निर्माता व बैंकर्स से मदद भी मांगी गई है। 

250 बैड के अस्पताल के लिए अभी करें इंतजार 
प्रशासन के अनुसार फूसगढ़ में कोविड केयर सैंटर को 250 बैड के कोविड केयर अस्पताल में बदला जाएगा। हर बैडों पर 2-2 सिलैंडर की व्यवस्था की जाएगी। लेकिन इसके लिए अभी इंतजार करना होगा। इसके अलावा होम आईसोलेशन में रहने वाले रोगियों को उनके घर द्वार पर ही ऑक्सीमीटर और मिनी सिलैंडर जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। कोविड मरीजों के परिजनों ने मांग की कि भविष्य की योजनाएं बनाने की बजाय मौजूदा स्थिति को काबू करने के लिए कदम उठाएं जाएं। 

ऑनलाइन पता कीजिए बैड 
कोविड मरीजों के लिए कहां कितने बैड हैं इसकी जानकारी के लिए ई दिशा करनाल डॉट इन की मदद ली जा सकती है। प्रशासन की ओर से इस पर मैडीकल कालेज व अधिकृत निजी अस्पतालों में बैड की सूची जारी की जाती है। इसके अनुसार जिले में ऑक्सीजन सहित नॉन ए.सी. 406 बैड में से 10 नहीं 9 बैड खाली थे। 

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Content Writer

Manisha rana

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