वन विभाग का गजब तरीका, ड्रोन से अरावली की पहाड़ियों में बोए लोकल प्रजातियों के बीज

punjabkesari.in Saturday, Jul 25, 2020 - 12:35 PM (IST)

नारनौल (भालेंद्र यादव): वन विभाग ने पौधे उगाने के लिए एक गजब की तरकीब लेकर आया है नांगल चौधरी फॉरेस्ट रेंज की टीम ने ड्रोन के जरिये अरावली की पहाड़ियों में विभिन्न लोकल प्रजातियों के बीज ऐसी जगह गिराएं, जहां तक पहुंचना मुश्किल होता है। रेंज ऑफिसर रजनीश यादव की देखरेख में नांगल चौधरी के गांव नायन व गोलवा की आधा दर्जन पहाड़ियों के अंदर ये बीज गिराए गए। जो बरसात में उग कर पेड़ बन जाएंगे। ड्रोन के साथ कई घंटे तक यह अभियान चलता गया। लोगों ने कहा कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट का यह कदम सराहनीय है। ऐसे दुर्गम स्थानों पर बीज पौधों का रूप धारण करेंगे। 

विभाग ने ड्रोन के माध्यम से जंगलों में बीज गिराने के लिए लोकल प्रजाति के बीज चुने हैं जिसमें आंवला, खैर, बटेड़ा, मेंहदड़, पापड़ी इत्यादि बीज शामिल थे। ड्रोन एक बार में दो किग्राम बीज लेकर 500 मीटर दूर तक जंगल में बीज छिड़कने की मादा है। अधिकारी ड्रोन से बीज छिड़कने के कार्य को बारीकी से देखते रहे और ड्रोन संचालक को गाइड भी करते रहे की कहा कहा बीज छोड़ना है। वन रेजिक अधिकारी रजनीश यादव ने बताया कि पूरे जिले में ढाई लाख व नांगल चौधरी क्षेत्र में 1 लाख 25 हजार बीज डाले जायेगे।
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कानपुर से पहुंची टीम
कानपुर से आईटी की टीम जिले में पहुंची ओर आज नांगल चौधरी क्षेत्र में जहां इस दौरान ड्रोन में डेढ से दो किग्रा. बीज भरे गए, इसके बाद ड्रोन ने ऊची ऊची अरावली पहाड़ियों की तरफ उड़ान भरी और मात्र 15 मिनट में दो किग्रा बीज ड्रोन ने जंगलों में जहां टारगेट रखा था, वहां बिखेर दिए। वन विभाग की टीम ने कई दिन पहले पूरे एरिया का सर्वे किया था और रणनीति बनाई थी कि कहां-कहां, कौन-कौन से बीज गिराए जाएं ।आसानी के साथ ड्रोन में बीज भरे गए हैं और जंगलों में लोकल प्रजाति के बीज छिड़के गए। जो पौधे बनकर जंगलों की हरियाली को बढ़ाने का काम करेंगे।

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Isha

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