अवैध खनन करने वालों पर सोनीपत माइनिंग डिपार्टमेंट का शिकंजा, 2019 से लेकर अब तक 711 वाहनों को किया जब्त

punjabkesari.in Wednesday, Jul 20, 2022 - 05:50 PM (IST)

सोनीपत (सन्नी मलिक) : कल हरियाणा के तावडू से एक ऐसी खबर सामने आई कि हरियाणा सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिरकार हरियाणा में अवैध खनन माफियाओं पर कैसे लगाम लगाई जाए हालांकि प्रदेश सरकार ने अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए अलग-अलग विभागों को इसकी जिम्मेवारी सौंप रखी है लेकिन उसके बाद भी अवैध खनन माफिया खनन करने से बाज नहीं आ रहे हैं और कल तावडू डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या के बाद विपक्ष भी लगातार सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठा रहा है। वहीं ऐसे में हम सोनीपत में अवैध खनन की बात करें तो यहां पर भी कई खनन माफिया अवैध खनन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि विभाग इन पर शिकंजा कसता हुआ जरूर नजर आ रहा है।

बता दें कि सोनीपत खनन विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार 2019 से लेकर आज तक लगभग 711 वाहनों को जब्त किया गया है जिनसे सोनीपत जिले में अवैध खनन किया जा रहा था और इनसे लगभग साढ़े 11 करोड़ की धनराशि भी वसूल की है। हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में खनन के लिए सोनीपत जिले में चार खनन कंपनियों को खनन करने का टेंडर दे रखा है, लेकिन उसके बाद भी खनन माफिया सोनीपत जिले में फल-फूल रहे हैं। 

खनन विभाग के अनुसार सोनीपत जिले में हरियाणा विभाग द्वारा 35 स्टॉक को मान्यता दी गई है, जोकि एमडीएल कहलाती है। सूत्रों के अनुसार सोनीपत जिले में सैकड़ों स्टॉकिस्ट अपना अवैध खनन का कारोबार कर रहे हैं, खनन विभाग के अधिकारियों के अनुसार पिछले 2 महीने में चार खनन माफियाओं पर एफ आई आर दर्ज करवाई गई है। जिला खनन अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार यमुना में खनन कंपनी केवल 3 मीटर तक ही यमुना में खनन कर सकती है और उन्हें रेत का स्टॉक लगाने के लिए यमुना क्षेत्र से 5 किलोमीटर दूर लगाना पड़ेगा।

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Content Writer

Manisha rana

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