हरियाणा में शीघ्र ही अफसरों का फेरबदल होना तय, हरियाणा को मिलेंगे नए चीफ सेक्रेटरी

punjabkesari.in Monday, Sep 28, 2020 - 04:26 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी में शीघ्र ही भारी फेरबदल की संभावनाएं है। मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा की सेवानिवृत्ति 30 सितम्बर को होने के बाद जहां हरियाणा को नए चीफ सेक्रेटरी मिलेंगे, वहीं अक्तूबर माह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, के प्रधान सचिव-राजेश खुल्लर विश्व बैंक अमेरिका में ईडी के रूप में कार्यभार संभालने के लिए यहां का प्रधान सचिव का पद छोड़ेंगे।

1  नवंबर, 1966 को जब हरियाणा का एक अलग राज्य के रूप में गठन हुआ हो, तो आज तक रहे राज्य के ढाई दर्जन मुख्य सचिवों में सबसे अधिक कार्यकाल एसडी भांबरी का रहा था, जो अक्टूबर,1974  से जनवरी, 1981 तक अर्थात छ: वर्ष तीन माह तक इस पद पर बने रहे। इसके बाद राज्य के पहले मुख्य सचिव सरूप कृष्ण हैं जो तीन बार प्रदेश के मुख्य सचिव बने लेकिन उनका कुल कार्यकाल पांच वर्ष नौ माह के लगभग रहा एवं उनके बाद पीपी कैपरीहान है जो पांच वर्ष से कुछ दिन ऊपर मुख्य सचिव रहे हैं। गत वर्ष जून, 2019 में रिटायर हुए डीएस ढेसी साढ़े चार वर्षों तक हरियाणा के मुख्य सचिव रहे।

चौथी मंजिल जहां मुख्यमंत्री का कार्यालय है, से हरियाणा में पूरी प्रशासनिक व राजनैतिक गतिविधियों का निर्धारण यहीं होता है। मुख्य सचिव की भूमिका जहां प्रशासनिक व्यवस्था को संभाले रहती है, वहीं प्रधान सचिव की भूमिका राजनैतिक व प्रशासनिक व्यवस्था को मैनेज करने की रहती है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पौने छ: साल के कार्यकाल में राजेश खुल्लर को प्रधान सचिव बनाया गया। खुल्लर के 5 वर्ष तक प्रधान सचिव के पद पर रहते। उन्होंने अपनी योग्यता को प्रमाणित किया है। हरियाणा के अंदर प्रधान सचिव का पद मुख्यमंत्री के विश्वस्त को मिलता है व पिछले डेढ़ दशक में कुछ सक्रिय व चर्चा में रहे। आईएएस अधिकारियों की प्रधान सचिव पर नियुक्ति से यह पद सुर्खियों में रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री की आंख, नाक, कान का काम प्रधान सचिव के जिम्मे ज्यादा रहता है।

प्रदेश के मुख्य सचिव के पद के बाद राज्य ब्यूरोक्रेसी (अफसरशाही) में राजस्व सचिव, जिसे एफसीआर (फाइनेंसियल कमिश्नर रेवेन्यू- वित्तायुक्त राजस्व) भी कहा जाता है। दूसरा सबसे वरिष्ठतम पद है एवं इसी कारण इस  पर सामान्यत: स्टेट कैडर में मौजूद दूसरे सबसे वरिष्ठ  आईएएस को तैनात किया जाता है। वरिष्ठता के आधार पर इस पद पर कृषि विभाग में एसीएस संजीव कौशल की नियुक्ति होनी तय है। अगर संजीव कौशल को सीएम मनोहर लाल अपने प्रधान सचिव के रूप में लेते हैं, तो निश्चित तौर पर कई सम्भावित नियुक्तियां भी प्रभावित होंगी।

हरियाणा में होम सेक्रेटरी, फूड एंड सप्लाई, शिक्षा, कृषि, हुडा, हायुसिंग बोर्ड, सिंचाई, आबकारी एवं कराधान विभाग, पंचायत विभाग, जैसे महत्वपूर्ण बड़े विभागों में ब्यूरोक्रेसी का फेरबदल होने की संभावना है।
 


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Shivam

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