किसानों की 50 एकड़ में खड़ी फसलें झुलसी. गुस्साए किसानों ने डबवाली-संगरिया रोड किया जाम
punjabkesari.in Friday, Sep 24, 2021 - 10:12 AM (IST)
डबवाली: डबवाली-संगरिया रोड पर गांव अबूबशहर-सक्ताखेड़ा के समीप आज एक ट्रक में भरे एसिटिक एसिड का रिसाव होने से किसानों की खड़ी फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। करीब 50 एकड़ में खड़ी नरमा व धान की फसलें इस केमिकल के रिसाव से झुलस गई। गुस्साए किसानों ने गुरूवार रात को डबवाली-संगरिया रोड जाम कर दिया। किसानों के इस जाम की वजह से हाई-वे पर दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। किसानों ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने व किसानों को बर्बाद हुई फसल का मुआवजा देने की मांग डबवाली तहसीलदार के सामने रखी। लेकिन प्रशासन व किसानों के बीच इन मांगों पर सहमती नहीं बन पाई। जिसके बाद किसानों हाई-वे पर जाम जारी रखने का ऐलान कर दिया।
किसान नेता एस.पी. मसीतां के मुताबिक गुरूवार दिन में एसिटिक एसिड से भरा एक ट्रक गांव सक्ताखेड़ा के पास रूका। जहां इस ट्रक में से इस एसिड का रिसाव होने लगा। एसिड का रिसाव होने पर फायर ब्रिगेड को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। एस.पी. मसीतां के मुताबिक फायर ब्रिगेड ने रिसाव के बाद जमीन पर गिरे इस केमिकल पर पानी का छिड़काव किया। जिससे हवा के जरिए ये केमिकल जिस दिशा में गया उस तरफ खड़ी फसलों को झुलसाता गया। रिसाव की चपेट में आकर नरमा व धान की फसलें झुलस गई। एस.पी.मसीतां ने बताया कि इस केमिकल के रिसाव की चपेट में आने से करीब 50 एकड़ फसल झुलस गई। इसमें किसी किसान की 2 एकड़ तो किसी की 4 एकड़ फसल बर्बाद हो गई। अबूबशहर व राजपुरा के किसानों की फसलें इस केमिकल रिसाव की चपेट में आने से खराब हुई हैं।
एस.पी. मसीतां ने बताया कि केमिकल रिसाव के समय खेतों में नरमें की चुगाई करने वाले मजदूरों की भी तबीयत खराब हो गई। एस.पी. मसीतां ने बताया कि पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है। जिस कंपनी का यह ट्रक था उसके कर्मचारी भी मौके पर सर्वे करने पहुंचे हैं। 400 से 600 लीटर के करीब इस केमिकल का रिसाव हुआ है। ट्रक पंजाब के बरनाला जा रहा था। एस.पी. मसीतां ने कहा कि किसानों की मुख्य मांग है कि लापरवाह ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज हो। इसके अलावा जिन किसानों की फसलें इस केमिकल की चपेट में आने से झुलसी है उन्हें उनकी फसलों के नुकसान का मुआवजा दिया जाए। किसान नेता एस.पी. मसीतां ने बताया कि प्रशासन का रवैया बेहद ही उदासीनता भरा है। प्रशासन किसानों की सुनवाई नहीं कर रहा है। इस मौके पर किसान नेता गुरप्रेम ङ्क्षसह देसूजोधा भी मौजूद थे।