बाल विवाह करने वालों पर शिकंजा,  एक ही दिन में चार नाबालिग बच्चों की शादियों को रूकवाई

punjabkesari.in Wednesday, Mar 17, 2021 - 12:19 PM (IST)

जींद(अनिल): जिले में नाबालिग बच्चों की शादी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिले के अलग अलग स्थानों पर चार नाबालिग बच्चों की शादी करवाए जाने के मामले सामने आए लेकिन पुलिस व बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय की मुस्तैदी के चलते चारों नाबालिग बच्चों की शादियों को रूकवा दिया गया। जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता को महिला हैल्पलाईन से सूचना मिली थी कि उचाना कलां गांव में एक नाबालिग लडकी की शादी करवाई जा रही है और बारात भी पंजाब के सुनाम से आई हुई है जिसमें दुल्हा भी नाबालिग है व फेरों की तैयारी जारी है। 

इस पर कार्यवाही करते हुए सहायक बाल विवाह निषेध अधिकारी रवि लोहान, एसपीओ सुरेन्द्र, राकेश, महिला कांस्टेबल आरती, नीलम उचाना थाना जीन्द पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे तो पाया गया कि परिजनों दवारा लडकी की शादी की तैयारी की जा रही थी। इस पर परिवार के लोगों से दोनों के बालिग होने का प्रमाण पत्र मांगे गए तो दोनों बच्चों का जन्म पत्र दिखाने में पहले तो टालमटोल की लेकिन दो घंटे के बाद जो जन्म प्रमाण पत्र दिखाए उनमें लडकी की उम्र साढे 16 वर्ष व दुल्हे की उम्र 19 वर्ष मिली। इस पर परिजनों को समझाते हुए टीम ने दोनों बच्चों का विवाह रोकने को कहा और तब तक शादी न करने को कहा जब तक दोनों बच्चे बालिग नहीं हो जाते। इस पर दोनों परिवार सहमत हो गए और लिखित ब्यान दिए कि बच्चों के बालिग होने पर ही उनकी शादी की जाएगी तथा बारात बिना दुल्हन के ही वापिस पंजाब लौट गई। 

इसी बीच दूसरी सूचना मिली कि गांव रजाना खुर्द में दो बहनों की शादी करवाई जा रही है जिसमें छोटी लडकी नाबालिग हैं और दोनों बहनों की बारात भी  पानीपत से आई हुई है। सूचना मिलते ही टीम पिल्लूखेडा थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंची तो पाया गया कि पानीपत से बारात आई हुई थी व परिजनों दवारा दोनों लड़कियों की शादी की तैयारी की जा रही थी। इस पर परिवार के लोगों से दोनों केबालिग होने का प्रमाण पत्र मांगे गए तो दोनों लड़कियों का जन्म पत्र दिखाए उनमें बडी लडकी की उम्र 18 वर्ष व छोटी लडकी की उम्र साढे 16 वर्ष मिली व पानीपत से शादी करने आए दोनों दुल्हे बालिग मिले। इस पर परिजनों को समझाते हुए टीम ने छोटी लडकी का विवाह रोकने को कहा और तब तक शादी न करने को कहा जब तक छोटी लडकी बालिग नहीं हो जाती। 

परिजनों ने बताया कि लडकियों का पिता अनपढ व्यक्ति है और उसकी पांच लडकियां हैं व उनको किसी तरह के कानून की कोई जानकारी नहीं थी इसलिए आर्थिक मजबूरी के कारण वह ऐसा कर रहे थे। अब टीम दवारा कानून की जानकारी देने पर दोनों परिवारों ने सहमति से शादी स्थगित कर दी और लिखित
ब्यान दिए कि छोटी लडकी के बालिग होने पर ही उसकी शादी की जाएगी तथा अभी बडी लडकी की ही शादी करेंगे। इसी बीच तीसरी सूचना गांव दरियावाला से मिली वहां भी लडकी की उम्र साढे 17 वर्ष मिली।

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Content Writer

Isha

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