जींद में लिखी जाएगी तीसरे मोर्चे के गठन की कहानी

punjabkesari.in Sunday, Sep 12, 2021 - 11:03 AM (IST)

रेवाड़ी(योगेंद्र सिंह) : देश में जो हालात और परिस्थितियां हैं उसने खुद ही तीसरे मोर्चे के गठन की कवायद शुरू कर दी है। तीसरे मोर्चे का नेता कौन होगा, कौन इसकी अगुवाई करेगा इसको लेकर कोई विवाद नहीं है। देश के उज्जवल भविष्य के लिए तीसरा मोर्चा समय की मांग है। तीसरे मोर्चे में राहुल गांधी की भूमिका क्या होगी और क्या वह इसमें लीड करेंगे इसका फैसला आने वाला समय ही करेगा।यह बात प्रदेश के पूर्व सीएम एवं इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने रेवाड़ी में आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। जींद में 25 सितंबर को होने वाली इनेलो की रैली को सफल बनाने के लिए पूर्व सीएम चौटाला प्रदेशभर में भ्रमण कर पार्टी कार्यकर्ताओं को रैली में शामिल होने का न्यौता देते हुए उसकी सफलता का आव्हान कर रहे हैं।

इसी कड़ी में वह आज रेवाड़ी पहुंचे और प्रदेश सरकार पर तीखे हमले किए। जिस प्रकार से इनेलो सुप्रीमो चौटाला, अभय सिंह जींद रैली को लेकर पसीना बहा रहे हैं उससे तो लगता है कि जींद की रैली में विपक्ष के नामी-गिरामी चेहरे भी शिरकत करेंगे और वहीं पर तीसरे मोर्चे के गठन का मंथन होगा। मोर्च में कौन-कौन से दल व नेता शामिल होंगे इसको लेकर उन्होंने कहा कि इसकी तस्वीर भी जल्द साफ हो जाएगी। इसके लिए इनेलो ने उन सभी बड़े नेताओं को भी आमंत्रित किया है जो कभी लोकदल का हिस्सा रहे हैं। रेवाड़ी में चौटाला प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इनेलो सरकार में कांड नहीं हुए बल्कि कांड तो इस सरकार में हो रहे हैं। ताजा कांड करनाल में हुआ है जिसमें किसान की मौत हो गई और कई घायल हैं।

कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आने वाला समय फिर इनेलो का है और इसके लिए सभी को अभी से एकजुट होकर काम करना चाहिए। इस अवसर पर चौटाला के साथ इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफेसिंह राठी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, पूर्व मंत्री श्याम सिंह राणा सहित कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। चौटाला ने किसान आंदोलन के लिए भी सरकार को ही दोषी बताया और कहा कि उनकी हठधर्मिता के कारण ही आज माहौल खराब है और नौ माह से अधिक समय से किसान सडक़ों पर हैं। बावजूद सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है बल्कि उनका दमन करने में लगी हुई है। इसके चलते यह सरकार का भविष्य अब उज्जवल नहीं है और इसकी उम्र लगातार कम हो रही है, मध्यावधि चुनाव भी हो सकते हैं। मालूम हो कि जींद रैली के माध्यम से इनेलो शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है और इसी के चलते वह प्रदेशभर के अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह व जोश का संचार कर रही है। इसकी जिम्मेदारी खुद पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने अपने कंधों पर ले रखी है।

उपचुनाव में भाग रही है प्रदेश सरकार
पूर्व सीएम चौटाला ने कहा कि ऐलनाबाद के उपचुनाव को लेकर प्रदेश सरकार भागती नजर आ रही है। उसे पता है कि प्रदेश का माहौल उसके खिलाफ है, लोग लगातार विरोध कर रहे हैं । जबकि नियमानुसार सीट खाली होने के छह माह के अंदर चुनाव होना चाहिए लेकिन हार के डर से सरकार चुनाव नहीं करा रही है। बावजूद जब भी चुनाव होंगे जीत इनेलो की ही होगी। 


उपमुख्यमंत्री पर साधा निशाना
पूर्व सीएम चौटाला ने अपने पौते एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी निशाना साधा। किसान सडक़ों पर है लेकिन सरकार लुटेरों की है और इसी के चलते उसके कानों में जूं नहीं रेंग रही है। दोनों हाथों से लूटा जा रहा है। हालात यह है कि मुख्यमंत्री एवं उनके वजीर अपने-अपने क्षेत्र में भी जाने से डर रहे हैं, हर जगह उनका विरोध हो रहा है, उनकी एंट्री पर ही बैन लगा दिया गया है। उनके पिता देवीलाल ने इनेलो रूपी एक पौधा लगाया था लेकिन दुर्भाज्य से कुछ लुटेरे पौधे के फुल लूटकर भाग गए।


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Content Writer

Isha

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