जिला मुख्यालय के बाहर छात्रों ने किया प्रदर्शन, सरकारी नौकरियों में चार गुना नियम को वापस लेने की मांग की

punjabkesari.in Friday, Nov 18, 2022 - 04:10 PM (IST)

हिसार(विनोद सैनी): हरियाणा में सरकारी नौकरियों के लिए शुरू किए कॉमल एलिजिबिलिटी टेस्ट के नियम के खिलाफ परिक्षार्थियों ने जिला मुख्यालयों पर विरोध करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इस उनका कहना है कि सरकार द्वारा चार गुना नियम लगाने की वजह लाखों युवा सरकारी नौकरियों का आवदेन नहीं कर पाए है। छात्रों के इस प्रदर्शन में जाने माने कोच परिमल ने भी छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया।

उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों के लिए सीईटी एक्जाम लेना अच्छी बात है, लेकिन सरकारी पदों के एक्जाम में टॉप पर रहने वाले केवल चार गुना परिक्षार्थियों को ही नौकरी के लिए बुलाने का नियम सही नहीं है। यह युवाओं के साथ भविष्य के साथ खिलवाड़ है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगे पूरी नहीं की तो वह सड़कों पर उतरेंगे।  

बता दें कि 15 जुलाई  2020 को हरियाणा सरकार ने सीईटी  नाम की एक परीक्षा का गठन किया गया। जिसके अंतर्गत हरियाणा में ग्रुप सी  और डी  की भर्तियां की जानी है। सीईटी  के अंतर्गत भर्तियां की जाएंगी यह कहकर सारी भर्तियां वापिस ले ली गई थी। लगभग 9888 पद वापिस लिए गए थे। जिसके बाद सरकार द्वारा सीईटी का पेपर 5 व 6 नवबंर 2022 को लिया गया। इससे पहले सरकार ने 5 जून 2022 को एक ऐसा नियम लागू किया गया,जिससे छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया। इसके तहत सीईटी में क्वालीफाई करने वाले केवल तीन से चार गुना बच्चों को ही दूसरे पेपर में बैठने का मौका मिलेगा। सरकार  के इस प्रावधान से हरियाणा में हरियाणा के बेरोजगार युवाओं की मेहनत के ऊपर भारी चोट है। उनके भविष्य को अंधकार में धकेल रहा है। इस फ़ैसले को सरकार को वापिस लेना चाहिए और CET को सिर्फ एक पात्रता परीक्षा माना जाए जैसे HTET, UPSC प्री, SSC प्री माने जाते है।

हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2020 में आई थी। जिसका पेपर नवबंर 2021 में कराया गया था। जिसका परिणाम आने के बाद हाई कोर्ट में चुनौती दी गई और 6 जुलाई 2022 को सुनवाई के दौरान किसी कारणवश सरकारी वकील के ना पहुंचने की वजह से भर्ती पर स्टे लग गया। 2020 से अब तक लगभग तीन साल होने वाले लेकिन भर्ती अभी भी अधर में लटकी हुई। जिस वजह से चयनित अभ्यर्थी तथा उनका परिवार मानसिक रूप से तनाव में आते जा रहे है।सरकार को इसपर संज्ञान लेते हुए जल्द से जल्द निपटारा कर इनको जाय ताकि इनका भविष्य उज्ज्वल हो। 

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma

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