पहले ही मांग लेते माफी तो रघुवीर कादियान का नहीं होता निष्कासन : सुधा

punjabkesari.in Monday, Mar 07, 2022 - 06:47 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): भारतीय जनता पार्टी द्वारा लाए गए धर्मांतरण के कानून की प्रति सदन में फाड़ने पर विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता द्वारा पूर्व स्पीकर रघुवीर सिंह का कादयान को सदन से निष्कासित किया गया था। जिस पर सोमवार को रघुवीर कादयान ने सदन में गलती के लिए क्षमा प्रार्थना की और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कहा कि सदन को किसी बात का बुरा लगा हो तो वह शब्द वापस लेता हूं। इस प्रार्थना को स्वीकारते हुए विधानसभा स्पीकर ने उनके निष्कासन को रद्द किया। इस मामले पर कुरुक्षेत्र से विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि रघुवीर कादयान एक वरिष्ठ विधायक हैं जो कई बार विधानसभा का सदस्य बनने का गौरव तो प्राप्त कर ही चुके हैं। इसके साथ-साथ विधान सभा स्पीकर का कार्यभार संभाल चुके हैं और पद की गरिमा को भली-भांति जानते हैं। इस गलती के बाद उन्हें पर्याप्त समय अपनी गलती की माफी मांगने के लिए दिया गया था। लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुए। मजबूरन विधानसभा स्पीकर को फैसला करना पड़ा था। अगर वह ही वह गलती मान लेते तो वह निष्कासित नहीं होते।

यूक्रेन से लौटे सभी बच्चों की शिक्षा निशुल्क पूरी करवाए सरकार : सुधा

सुधा ने कहा कि देश के लगभग 25 से 26000 बच्चे जो यूक्रेन में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे और हालात खराब होने पर वही फस गए थे और वापस लौटे हैं। उन्होंने प्रदेश और केंद्र सरकार बेहद प्रशंसा की है और माना है कि सरकार द्वारा पर्याप्त मदद करते हुए रहने - खाने पीने और अपने वतन- अपने घर तक पहुंचाने में सरकार की पर्याप्त मदद रही है। सुधा ने कहा कि वह एक विधायक होने के नाते स्वयं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को इन बच्चों की शिक्षा के बारे में पत्र लिखेंगे कि अपने मेडिकल कॉलेजों में निशुल्क इन बच्चों के एडमिशन करके इनकी शिक्षा फाइनल करवाई जाए।

कुरुक्षेत्र की सड़कों का काम दो-तीन महीने में करवा दूंगा पूरा : सुधा

उन्होंने कहा कि बचे कार्यकाल के दौरान क्षेत्र को लेकर उनका मुख्य विजन सड़कों का रहेगा। क्योंकि किसी कारणवश ठेकेदार काम छोड़ कर बीच में ही चले गए। उनके कल टेंडर खुलने जा रहे हैं और दो-तीन महीनों में यह रोड क्लियर कर दिए जाएंगे। सुधा ने कहा कि आज कुरुक्षेत्र विधानसभा एजुकेशन का हब बन चुका है। हमने एजुकेशन स्पोर्ट्स और स्वास्थ्य को लेकर लगातार काम किया है। उनके क्षेत्र में अच्छी पानी की सप्लाई और लाइटिंग की सुविधा हुई है। सुधा ने कहा कि एजुकेशन को लेकर लगातार सरकारी कॉलेजों के निर्माण किए गए। नर्सिंग कॉलेज बनाए गए। पहले से कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी थी। साथ ही स्कूलों को अपग्रेड किया गया है। मॉडल संस्कृति स्कूल बनाए गए। साथ ही स्कूलों को अपग्रेड किया गया है। लड़कियों के लिए स्कूल बनाए गए हम लगातार शिक्षा को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। इसके साथ साथ अपने विधानसभा क्षेत्र की सभी सीएचसी और पीएचसी में पर्याप्त इंतजामात- इंफ्रास्ट्रक्चर और कुरुक्षेत्र को 200 बेड के अस्पताल की सौगात दिलवाने में एक बड़ी भूमिका रही है, मुख्यमंत्री ने विधानसभा को लेकर बेहद नरम रुख दिखाया।

खेल मंत्री वेलोड्रोम और एस्ट्रोटर्फ को ले जाना चाहते थे पेहवा, मुख्यमंत्री ने स्वीकार की मेरी अपील : सुधा

इसके साथ साथ एक बड़ी उपलब्धि कुरुक्षेत्र की वेलोड्रोम और एस्ट्रोटर्फ को लेकर रही है। प्रदेश के खेल मंत्री  वेलोड्रोम और एस्ट्रोटर्फ अपने विधानसभा क्षेत्र पेहवा में ले जाना चाहते थे। लेकिन मुख्यमंत्री ने मेरी अपील को स्वीकारते हुए यह सौगात कुरुक्षेत्र को दी यह एक बड़ी जीत है। कुरुक्षेत्र के बच्चे इन के माध्यम से देश नाम रोशन करने के लिए तैयार होंगे। इसके साथ साथ हमने स्टेडियम भी डेवेलप किए हैं।

गीता जयंती पर इस बार सरकार की सहयोगी बनेंगी 250 संस्थाएं: सुधा

सुधा ने कहा कि गीता जयंती आज विश्व स्तर का एक धार्मिक आयोजन बन चुका है। पहले केवल अधिकारी लेवल पर आयोजित किए जाने वाले इस प्रोग्राम में  300-400 लोग ही शामिल होते थे, जो कि आज 20 से 30 लाख लोगों की भारी भीड़ गीता जयंती महोत्सव पर उमड़ती है। यह प्रदेश के मुख्यमंत्री की धर्म में आस्था को दर्शाती है। इसके साथ-साथ मैंने जयंती महोत्सव के कार्यक्रम के लिए सरकार के साथ-साथ संस्थाओं की मदद लेने का भी एक सुझाव प्रदेश सरकार को दिया है। इस बार हम लगभग 250 संस्थाओं की इसके लिए मदद लेंगे। इससे आयोजन में भी आसानी होगी और सरकार पर बजट भी खर्च नहीं होगा। सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र धर्म की नगरी है और कृष्ण भगवान का 750 करोड़ रुपए का स्वरूप तैयार करवाया गया है। प्राइवेट कंपनी से लेजर शो का पर्याप्त इंतजाम करवाया गया है। जिसमें पूरा थीम प्रदर्शित होता है। इसके साथ-साथ धार्मिक स्थल पर रनिंग वाटर, लाइटिंग और बेहतरीन रोड का इंतजाम करने को लेकर प्रदेश मुख्यमंत्री का धन्यवाद करता हूं। मुख्यमंत्री ने 48 कोस तक के सभी मंदिरों में संस्कृति को डिवेलप करने की जिम्मेदारी डेवलपमेंट कुरुक्षेत्र को दी है। कुछ समय के बाद यह कुरुक्षेत्र हरियाणा का सबसे अलग खूबसूरत और धार्मिक नगरी बनकर उभरेगी, यही मेरा स्वप्न है।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vivek Rai

Recommended News

Related News

static