कोरोना की तीसरी वेव की तैयारियों के लिए किया गया टास्क फोर्स का गठन: राजीव अरोड़ा

punjabkesari.in Saturday, Jun 12, 2021 - 08:04 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी ): कोरोना की तीसरी वेव की दस्तक से पहले ही हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह से कमर कस ली है। स्वास्थ्य विभाग सभी उन कमियों को दूर करने में लग गया है जो कि दूसरी वेव के दौरान देखने को मिली थी। इसके चलते हरियाणा सरकार-हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है। जिसमें मेडिकल लाइन से जुड़े उच्च स्तर के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। यह टास्क फोर्स हरियाणा  स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा के नेतृत्व में काम करेगी।

आज पंजाब केसरी ने राजीव अरोड़ा से विशेष मुलाकात की। राजीव अरोड़ा प्रदेश के दो महत्वपूर्ण विभाग गृह और स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी है। आज उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री माननीय अनिल विज  के दिशा-निर्देश पर किसी भी प्रकार की कोई कमी भविष्य के हालातों को देखते हुए नहीं छोड़ी जाएगी।जिस प्रकार से तीसरी लहर का अटैक बच्चों पर अधिक होने की आशंका है। उसके चलते चाक-चौबंद चौकसी से काम किया जा रहा है। उनसे और भी कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं:-

प्रशन:- तीसरी लहर के बारे में विभाग के पास किस प्रकार की जानकारियां हैं?
उत्तर:-
जब तक हमारी सभी केटेगरी की सभी पॉपुलेशन वैक्सीनेट नहीं हो जाती, तब तक तीसरी वेव का खतरा बना रहेगा। बच्चे अभी वैक्सीन की कैटेगरी में नहीं आते। इसलिए हो सकता है कि उन पर इसका असर हो। इस चीज को लेकर पूरी तरह से तैयारी की जा रही है। खासतौर पर उन कैटेगरी के लिए जिन पर अभी तक इतना असर नहीं पड़ा है।उनके लिए विशेष रूप से तैयारी की जा रही है

प्रशन:- हरियाणा सरकार ने टास्क फोर्स के गठन का फैसला किया है। वह क्या है?
उत्तर:-
बिल्कुल, हरियाणा सरकार ने एसीएस स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में एक टास्क फोर्स का गठन किया है। जिसमें मैडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर, प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर, इंडियन मैडिकल एसोसिएशन हरियाणा चैप्टर डायरेक्टर जनरल आफ हेल्थ सर्विसिज, प्रशासन के अधिकारियों को इसमें शामिल किया गया है। बकायदा तीसरी वेव की तैयारियो को लेकर स्वास्थ्य मंत्री द्वारा मीटिंग भी की गई थी। इसके बाद टास्क फोर्स नें इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।

प्रशन:- टास्क फोर्स की वर्किंग किस प्रकार से रहेगी?
उत्तर:-
दूसरी वेव में जिस प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया और ऑक्सीजन संबंधी व अन्य दिक्कतें हमारे सामने जो आई तीसरी वेव में इस प्रकार की परेशानियां न आएं और साथ ही हरियाणा के पास हालांकि पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्रोडक्शन थी। लेकिन हरियाणा और पंजाब को ऑक्सीजन देनी पड़ी। जिस कारण से यह समस्या पैदा हुई। अब हम हर जगह अस्पताल लेवल पर ही ऑक्सीजन अवेलेबल करवा रहे हैं। चाहे पीएसए प्लांट के माध्यम से या फिर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से हो हम इस प्रकार के सभी कार्यक्रम लेकर चल रहे हैं। ताकि हमारे तमाम बेड चाहे पीएचसी, सीएचसी या सिविल अस्पतालों में भी हो सभी के साथ ऑक्सीजन फैसिलिटी होनी चाहिए। ऑक्सीजन उत्पादन का सोर्स भी नजदीक होना चाहिए।

प्रशन:- सीरो सर्वे कब से शुरू हो रहा है और इसका आधार और मकसद क्या रहेगा ?
उत्तर:-
सीरो सर्वे का मकसद यही है कि कितनी  फ़ीसदी जनसंख्या अभी तक इससे इफेक्ट हो चुकी है। इसमें एंटीबॉडी टेस्ट भी होते हैं जिससे हमें पता चलता है कि क्या एक्सटेंट ऑफ डिजीज पहले से फैल चुका है। 15 तारीख को स्वास्थ्य मंत्री दोबारा होने वाले सीरो सर्वे को लॉन्च करेंगे। इस बार सीरो सर्वे में नए फीचर ऐड किए गए हैं। इसमें हम 6 साल से ऊपर के बच्चों के सैंपल भी सर्वे में अकाउंट कर रहे हैं। जिससे यह भी पता चलेगा कि डिफरेंट सेक्शन ऑफ पॉपुलेशन में कितने लोग ऐसे हैं जो अभी तक इफेक्ट हो चुके हैं। इससे हमें तीसरी वेव की तैयारियों में भी मदद मिलेगी।

प्रशन:- क्या ब्लैक फंगस के इंजेक्शनों की अभी भी कमी खल रही है?
उत्तर:-
अब स्थिति काफी नियंत्रण में है। क्योंकि केस काफी कम हो गए हैं। साथ ही दवाइयों व इंजेक्शनो की उपलब्धता भी काफी हद तक ठीक हो गई है। उम्मीद करते हैं कि मरीजों को पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध हो जाएंगी। क्योंकि इंजेक्शन आते ही हम शत प्रतिशत इन्हें डिस्ट्रीब्यूटर कर देते हैं। पीछे से सप्लाई अधिक होने पर हमने डिस्ट्रीब्यूशन भी बढ़ा दी है।

प्रशन:- ब्लैक फंगस एकाएक बढ़ने के क्या कारण पाए गए हैं?
उत्तर:-
वायरस के व्यवहार और उसके साइड इफेक्ट के कारण इस प्रकार की चीजें सामने आ रही है। जैसे-जैसे यह चीजें सामने आती है पता चलता है। जो बातें अभी तक विशेषज्ञों ने बताई है कि सटी राइड के ज्यादा इस्तेमाल और ऑक्सीजन के अधिक उपयोग के कारण जो शुगर व अन्य बीमारियों के मरीज हैं उन्हें बलेक्फनगस प्रकार की प्रॉब्लम आई है।

प्रशन:- आज के दिन वैक्सीन की स्थिति क्या है?
उत्तर:-
21 जून से जो पॉलिसी लागू होनी है उससे यह चीज साफ हो गई है कि 75 फ़ीसदी उत्पादन भारत सरकार के द्वारा और डायरेक्ट खरीद कर सभी प्रदेशों को यह निशुल्क दी जाएगी। हमें यह भारत सरकार द्वारा निशुल्क मिल रही है। वैक्सीन की उपलब्धता भी सरकार ने अपने ऊपर ले ली हैं। भारत सरकार की सप्लाई के बाद प्रदेश खुद अपने लेवल पर अलग-अलग कोशिशें भी कर रहे थे। अब उनकी जरूरत नहीं रह जाती है। हमारे यहां सप्लाई बहुत अच्छी है। पिछले 5 दिन में रोजाना 1 लाख लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं। अब तक 64 लाख वैक्सीन डोज प्रदेश में लग चुकी हैं। जिसमें 54 लाख लोगों को पहली और 10 लाख को दूसरी डोज लगी हैं। हमे 21 जून के बाद और अधिक वैक्सीन की उपलब्धता की उम्मीद है। वैक्सीन मिलने के बाद कैंपेन और अधिक गति पकड़ेगी।

प्रशन:- वैक्सीन का अनुमानित आंकड़ा कितना है?
उत्तर:-
अगर हम 2020-21 में हरियाणा की अनुमानित जनसंख्या देखें तो करीब 2.8 करोड़ जनता बनती है। अगर 0 से 18 की उम्र वाले इसमें से निकाल दें तो यह करीब एक करोड़ पॉपुलेशन इसमें से निकल जाएगी। यानि करीब 1.8 करोड़ डोज हमें चाहिए। इस हिसाब से हमारी एवरेज काफी अच्छी आ रही है। आने वाले दिनों में और अधिक स्पीड की मैं उम्मीद करता हूं। 18 से 44 की उम्र के लोग काफी जागरूक हैं और बढ़ चढ़कर वैक्सीन लगवा रहे हैं।जिस प्रकार से पहले भ्रांतियां फैली थी और मोटिवेट करना पड़ता था, अब उसकी जरूरत नहीं है। लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हम कोशिशें कर रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में गांव-गांव जाकर खास तौर पर जो शारीरिक व मानसिक असमर्थ, विधवा या वह लोग जो मजबूरी के कारण नहीं आ पा रहे। उन्हें ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी देकर सभी को वैक्सीनेट करें। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में रेहड़ी लगाने वाले, ढाबे पर काम करने वाले, छोटी बड़ी दुकानों पर काम करने वाले इस प्रकार के लोगों के लिए भी स्पेशल कैंपेन चलाना चाहते हैं। इस प्रकार की कैटेगरी के लोग रोजमर्रा की कमाई-मजबूरी में ही आते हैं। यह जरूरी है कि कोरोना से इन्हें भी सुरक्षा प्रदान की जाए। इसीलिए सभी को वैक्सीन लगनी जरूरी है। ताकि इनकी दिनचर्या में कोई फर्क न आए।

प्रशन:- अनलॉक पीरियड के दौरान स्वास्थ्य विभाग किस प्रकार के काम कर रहा है?
उत्तर:
- भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार हम रोजाना पॉजिटिविटी रेट बता रहे थे। जब तक लॉक डाउन लगातार चलता रहा उस समय 10 फ़ीसदी से ज़्यादा का पॉजिटिविटी रेट जहां जहां भी था वहां लोग डाउन में ढील नहीं दी गई। अब हमारा पॉजिटिविटी रेट 2 फ़ीसदी से नीचे आ गया है। धीरे-धीरे ढील दी जा रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, उप मुख्यमंत्री जब भी फैसला लेते हैं तो  वह इस बात का ध्यान रखा जाता है कि धीरे-धीरे लॉकडाउन खुलना चाहिए।

प्रशन:- कोरोना की लहर में डॉक्टर्स- पैरामेडिकल- स्टाफ नर्स की डायरेक्ट भर्ती का फैसला लिया गया था। उसमें क्या रहा?
उत्तर:-
पहली वेव के दौरान हमने 750 डॉक्टर लगाए थे। अब और जो वैकेंसी अवेलेबल है, उन्हें भी हम फिल करने का जल्दी काम शुरू करेंगे।

 

 


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Content Writer

Isha

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