अध्यापकों का लापरवाही से गई छात्रा की जान, परीक्षा के दौरान छाती में उठा था दर्द, नहीं दिया किसी ने ध्यान
punjabkesari.in Tuesday, Aug 09, 2022 - 08:42 AM (IST)
गुहला-चीका : स्कूल में परीक्षा के दौरान एक छात्रा की छाती में अचानक तेज दर्द उठा और छात्रा ने इसकी जानकारी उपस्थित स्टाफ सदस्यों को दी। वहीं छात्रा के परिजनों के अनुसार स्कूल में परीक्षा होने के चलते स्टाफ ने इस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया। लापरवाही के चलते गुहला के गांव लालपुर की रहने वाली छात्रा जसविंद्र कौर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
उक्त घटना की जानकारी देते हुए मृतका के पिता बलविंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उसकी 3 बेटियां हैं जिनमें से 2 बेटियां यहां के सीनियर सैकेंडरी सरकारी स्कूल गुहला में 9वीं व 11वीं कक्षा में पढ़ती हैं और वे हर रोज की तरह कल भी सुबह स्कूल में गई थी। बलविंद्र ने बताया कि उसकी बेटी जसविंद्र कौर की स्कूल में परीक्षा थी और वह अन्य विद्याॢथयों की तरह परीक्षा में बैठी थी परंतु इसी बीच उसे छाती में दर्र्द महसूस हुआ जिसकी जानकारी उसने पेपर सैंटर में ड्यूटी दे रही एक मैडम को दी परंतु आरोप है कि उसने पेपर के चलते जसविंद्र की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और उलटा उसे पेपर देने पर ध्यान देने की नसीहत दे डाली।
बलविंद्र सिंह ने बताया कि जब उसे दर्द बढऩे लगा तो वह अपनी बड़ी बहन बहन के पास पहुंची और उसे अपनी स्थिति के बारे में बताया। उसकी बड़ी बहन ने स्कूल स्टाफ सदस्यों से अपने परिजनों को फोन पर सूचना देने की गुहार लगाई। इस पर अध्यापकों ने उसे पानी पिलाने की बात कही और कहा कि इससे वह थोड़ी देर में ठीक हो जाएगी। इस पर उसकी बड़ी बेटी ने गुस्से में वहां मौजूद एक मैडम का फोन छीनकर अपने घर फोन कर दिया। बलविंद्र ने बताया कि फोन सुनते ही वे तुरंत स्कूल में पहुंचे परंतु वहां भी कभी सुरक्षा व कभी परीक्षा का हवाला देते हुए उसे उसकी बेटी को काफी देर बाद मिलने दिया गया।
एम्बुलैंस नहीं आई तो बाइक पर ले जाना पड़ा अस्पताल
बलविंद्र ने बताया कि इसी बीच किसी ने एम्बुलैंस को भी फोन किया परंतु जब काफी देर तक एम्बुलैंस नहीं आई तो वे एक अन्य व्यक्ति की सहायता से अपनी मोटरसाइकिल पर ही अपनी बेटी को एक निजी अस्पताल ले गए। बलविंद्र सिंह ने बताया कि तब तक काफी देर हो चुकी थी और डाक्टरों ने यह कहते हुए उसकी बेटी को मृत घोषित कर दिया। बलविंद्र सिंह ने बताया कि हालांकि उसने अपनी बेटी का संस्कार तो कर दिया, परंतु जैसे ही गांव के लोगों को इस बात का पता चला तो उनमें भी भारी रोष व्याप्त हो गया और सभी गांव के लोग इक्ठ्ठे होकर कल सुबह इस घटना की उच्च अधिकारियों को शिकायत करके उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे।