भ्रांतियों एवं अफवाहों के कारण गांव में कोरोना फैला रहा आतंक, आज से युद्धस्तर पर शुरू होगा काम

punjabkesari.in Sunday, May 16, 2021 - 05:26 PM (IST)

रेवाड़ी (योगेंद्र सिंह) : कोरोना दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी-महेंद्रगढ़ जिले में जमकर आतंक मचा रहा है। दोनों जिलों में लगातार मौत का आंकड़ा भय का माहौल बना रहा है। हालांकि प्रशासन ने रेवाड़ी जिले में सर्वे उपरांत करीब तीन दर्जन गांव को हॉट स्पॉट में तब्दील कर दिया है। साथ ही सोमवार से यहां पर युद्धस्तर पर काम भी शुरू हो जाएगा। गांव में तेजी से कोरोना संक्रमण फैलने के कारण भी अजीब से सामने आ रहे हैं। तमाम भ्रांतियों एवं अफवाहों के  कारण गांव में कोरोना दहशत का माहौल बना रहा है। ग्रामीण हल्के बुखार-खांसी के बावजूद आज भी अपने परिजनों एवं करीबियों से दूर होने को तैयार नहीं है और यही कारण हैं कि कोरोना का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।



रेवाड़ी शहर में कोरोना की चैन तोडऩे में प्रशासन को सफलता मिल गई है लेकिन अब कोरोना गांव में तेज रफ्तार से बढ़ रहा है। संक्रमितों का ग्राफ जिले में गिरा है लेकिन मौत के आंकड़ें दहशत का माहौल बना रहे हैं। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग अब गांव में कोरोना चैन तोडऩे की रणनीति बनाकर उस पर काम कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सर्वे के अनुसार गांव में कोरोना फैलने का मुख्य कारण वहां के लोगों के बीच अफवाहें एवं तमाम प्रकार की भ्रातियां पर उनका एतबार करना है। 

साथ ही हल्की बीमारी के बावजूद लोग अपने घर, परिवार व गांव से दूर नहीं जाना चाहते। अधिकतर बुजुर्ग लोगों की मौत हुई लेकिन उनकी कोरोना जांच नहीं हुई। हालांकि खांसी, बुखार के कारण ही डैथ हुई है लेकिन प्रशासन इसे संदिज्ध मौत मानते हुए कोरोना से इंकार नहीं कर रहा। स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि सर्वे का काम पूरा हो गया है और अब सोमवार से यहां पर युद्धस्तर पर अभियान शुरू होने जा रहा है। इसके लिए करीब तीन दर्जन टीमें हर एक गांव में पहुंचेंगी और डोर टू डोर स्क्रीनिंग, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन का काम करेंगी। सैकड़ों गांव में सेनिटाइजेशन का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है।

यह भ्रम होना दूर होना जरूरी
गांव में लगे मोबाइल टावर, फाइव जी की टेस्टिंग, टीके के बाद कई लोगों की मौत, कोरोना नहीं होने पर भी आइसोलेशन में रहना होगा, खांसी-बुखार मामूली बीमारी लेकिन जांच कराई तो आईसोलेशन में रहना होगा, हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों की अधिक मौत जैसी भ्रांतियां एवं अफवाह से ग्रामीण काफी डरे हुए हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर आने वाली रिपोर्ट, खबर को भी ग्रामीण सही मानते हैं और इसी के चलते वह बीमार होने के बावजूद ना तो टेस्टिंग करा रहे ना ही टीके लगवा रहे हैं।



पर पार पाने के लिए अपनों से दूरियां बनानी होगी
वर्तमान में गांव के लोग आज भी हुक्का पीने एवं एक साथ ताशपत्ते खेलने से नहीं चूक रहे हैं। साथ ही शादी-समारोह एवं अंतिम संस्कार भी वह भीड़ उमड़ती है और वहां ना तो मॉस्क नजर आता है ना ही सोशल डिस्टेंसिंग। साथ ही ग्रामीण अपने घरों में रहने के बजाए पड़ोसी, करीबियों एवं रिश्तेदारों के साथ बैठकर समय व्यतीत कर रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यदि कोरोना पर पार पाना है, तो ग्रामीणों को अपनों से दूरियां बनानी होंगी और कोविड-19 गाइड लाइन का पालन हर हाल में करना होगा।

गांव में भी काबू पाएंगे, कोरोना को हराएंगे -डीसी
डीसी यशेंद्र सिंह का कहना है कि शहर के समान ही हम गांव से भी कोरोना को भगाएंगे। सर्वे उपरांत हॉट स्पॉट बना दिए गए हैं। पचास से अधिक आईसोलेशन सेंटर बनकर तैयार हैं। डोर टू डोर स्क्रीनिंग, टेस्टिंग का काम सोमवार से शुरू हो जाएगा। टीकाकरण अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है। ग्रामीणों की भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। अफवाहों से सतर्क रहना होगा और मोबाइल पर आने वाले मैसेज को अवाइड करना होगा। हल्के से लक्षण, बुखार, खांसी आने पर भी ग्रामीणों को चिकित्सक की सलाह लेकर  आईसोलेशन सेंटर जाना चाहिए।
 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static