'बोलो व्यापारी' ऑनलाइन कैंपेन में हजारों व्यापारियों ने रखी अपनी समस्याएं

punjabkesari.in Saturday, Jul 18, 2020 - 07:55 PM (IST)

चंडीगढ़: अग्रवाल वैश्य समाज द्वारा व्यापारियों विशेषकर छोटे एवं मध्यम दुकानदार तथा उद्यमियों की समस्याओं को उजागर कर सरकार के सामने लाने के लिए चलाए गए ‘बोलो व्यापारी’ ऑनलाइन कैंपेन में जुडक़र प्रदेशभर के हजारों व्यापारियों ने एक प्लेटफार्म पर अपनी समस्याएं रखी और प्रदेश सरकार से उनके निदान की मांग की। व्यापारियों की आवाज उठाने के लिए चलाई गई ये मुहिम शुक्रवार को पूरा दिन फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ट्रेंड करती नजर आई। 

कैंपेन में व्यापारियों ने वीडियो संदेश के जरिए अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा। इसमें मुख्य रूप से लॉकडाउन अवधी में पुर्ण रूप से बंद रहे व्यावसायों एवं उद्योगधंधों के बिजली बिल माफी, बिजली बिलों से फिक्स चार्ज समाप्त किए जाने तथा इसी प्रकार पानी के बिलों में राहत प्रदान करने, ई-व्यापार पर 16 फीसदी अतिरिक्त कर लगाकर खुदरा व्यापारियों को बचाने, व्यापारी वर्ग को विशेष दर्जें में रखकर बिना ब्याज कर्ज के साथ वित्तिय मदद, लॉकडाउन अवधि के जीएसटी एवं अन्य करों की माफी, खुदरा व्यापारियों के हितों को ध्यान में रख संरक्षण प्रदान करने व बाहरी ई-कॉमर्श कम्पनियों को रोकने, महामारी की अवधी में किराया (दुकान व मकान) न लिया जाए। 

अनेक मांगों पर व्यापारियों ने खुलकर अपनी आवाज बुलंद की
सामान्य स्थिती आने तक मासिक किराए के साथ उस अवधि के किराए का 20 प्रतिशत जोड़ कर लिया जाए जैसी अनेक मांगों पर व्यापारियों ने खुलकर अपनी आवाज बुलंद की। व्यापारी हितों के लिए चलाई गई इस मुहिम की सबसे बड़ी बात यह रही कि राष्ट्रीय स्तर के फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल व राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन जैसी बड़ी ट्रेड एसोसिएशनों ने हरियाणा में चल रहे इस ट्रेंड को अपना समर्थन दिया। 

कोरोना महामारी ने व्यापारियों के सामने एक बड़ा आर्थिक संकट पैदा कर दिया
इस मुहिम का हिस्सा बनते हुए समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि कोरोना महामारी ने व्यापारियों के सामने एक बड़ा आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। कोरोना काल में जहां लोगों की खुद की रोजी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है। वहीं व्यापारी वर्ग खुद की परवाह किए बिना सरकारी खजाने को भरने, अपने कर्मचारियों की आर्थिक जरूरतें पूरी करने के साथ-साथ भंडारों एवं दान-दक्षिणा के द्वारा आमजनों की जरूरतें पूरी करने के अपने सामाजिक दायित्वों को भी जिम्मेदारी के साथ पूरी कर रहे हैं।

राहत पैकेज जैसी आर्थिक मदद व्यापारियों को दी जाए
ऐसी स्थिती में व्यापारी वर्ग चाहता है कि सरकार की ओर से उन्हें सहूलियत मिले और किराया, बिजली-पानी के बिलों में माफी, जीएसटी एवं अन्य करों में राहत, बिना ब्याज कर के साथ नकद राहत पैकेज जैसी आर्थिक मदद व्यापारियों को दी जाए। उन्होंने कहा रोजमर्रा खाने-कमाने वाले छोटे एवं मध्यम दुकानदार एवं व्यापारियों को सरकार विशेष वर्ग में शामिल कर पेंशन योजना व उनके खातों से सीधा नकदी पहुंचाने जैसी स्कीम को लागू करें। 

लॉकडाउन के मुश्किल हालात में व्यापारियों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा
कार्यक्रम के संयोजक विकास गर्ग ने बताया कि अग्रवाल वैश्य समाज सदैव व्यापारी हितों के लिए आवाज उठाता रहा है और समय-समय पर व्यापारियों के हक के लिए उनके साथ खड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के मुश्किल हालात में व्यापारियों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। इन हालात में छोटे और मध्यम व्यापारियों की आवाज सरकार तक नहीं पहुंच पा रही थी और उनकी समस्याएं व मांगें बडे़ व्यापारियों एवं उद्यमियों की मांगों के सामने दबी रह जाती थी। 

अग्रवाल वैश्य समाज द्वारा प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा
संगठन के महासचिव राजेश सिंगला ने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज ने निर्णय लिया था कि उनका संगठन व्यापारियों की आवाज बनेगा और सरकार तक उनकी समस्याओं एवं मांगों को पहुंचाने का काम करेगा। राजेश सिंगला ने बताया कि सामुहिक रूप से उठी इन व्यापारिक समस्याओं पर अग्रवाल वैश्य समाज द्वारा पत्र के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि कैम्पेन में विशेषता रही की व्यापारियों के साथ-साथ सभी व्यापारिक संगठनों से जुड़ें पदाधिकारियों एवं राजनीतिक दलों से जुड़ें व्यापारियों ने भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक सुर में कैम्पेन से जुड़ते हुए अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा। राजेश सिंगला ने बताया कि कैम्पेन में प्रदेशभर के हजारों व्यापारियों ने हिस्सा लिया।


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Edited By

vinod kumar

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