आज भारत बंद, कुंडली बार्डर पर अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन करेंगे किसान

punjabkesari.in Tuesday, Dec 08, 2020 - 08:53 AM (IST)

सोनीपत (ब्यूरो): कुंडली बार्डर पर किसानों का जमावड़ा यूं तो गत 12 दिनों से लगा हुआ है, लेकिन आज किसानों के भारतबंद के आह्वान के चलते कुंडली बार्डर पर पहुंचने वालों का सोमवार का तांता लगा रहा। अकेले पंजाब से ही दिनभर में एक हजार से ज्यादा छोटे-बड़े वाहन कुंडली बार्डर पर पहुंचे। इनमें ट्रैक्टर-ट्रालियों की संख्या सबसे ज्यादा रही। वहीं, कारों व बाइकों पर भी किसान व पंजाब के युवा कुंडली बार्डर पर पहुंचे, इसके अलावा सोनीपत सहित हरियाणा के अलग-अलग क्षेत्रों से किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर कुंडली बार्डर पर पहुंचे और यहां धरनारत किसानों का समर्थन किया। 

साथ ही सोनीपत शहर में अनाज मंडी व सब्जी मंडी एसोसिएशनों ने बंद का समर्थन करते हुए आज हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है। खास बात यह है कि अधितकर कर्मचारी संगठन भी किसानों के पक्ष में उतरे हैं और आज हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है। 

सुबह के समय चाय बनाने के लिए बांटी दूध की थैलियां 
कुंडली बार्ड पर जमे किसान अपने साथियों को किसी चीज की कमी पेश आने नहीं दे रहे। यहां सुबह सर्दी को देखते हुए चाय बनाने के लिए अलग-अलग जत्थों में दूध की थैलियां बांटी गई। युवाओं ने ट्रैक्टर में रखकर दूध की थैलियां अलग-अलग समूहों में बैठे किसानों तक पहुंचाई। इसके अलावा धरनास्थल पर कई जगह गाजर का हलवा तैयार कर किसानों को वितरित किया गया। किसानों का कहना है कि उनकी ट्रालियों बख्तरबंद हैं, जिनमें उनके साथ बच्चे व महिलाएं सोते हैं, जबकि वे खुद बाहर तिरपाल लगाकर सोते हैं।

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सुबह के समय बढ़ी ठंड के बीच किसानों ने जलाए अलाव 
सड़क पर ठहरे किसानों के लिए अब परेशानी बढऩे लगी है। रात को व सुबह के समय ठंड बढ़ गई है। खुले आसमान के तले इक्का-दुक्का कंबल या चद्द ओढ़े किसानों ने सोमवार को सर्दी भगाने के लिए अलाव का सहारा लिया। किसानों ने अलग-अलग जगह पर लकडिय़ों के अलाव जलाए और खुद को सर्दी से दूर रखने के प्रयास किया। यही नहीं, किसानों न कई समूहों में बैठ कर हुक्का भी गुडग़ुड़ाया। यहां जमे किसान गुरदीप, परमजीत व अमरीक सिंह ने बताया कि कितनी भी ठंड बढ़े, वह यहां से हटने वाले नहीं है।

सरकार के तीन कृषि कानून वापस लेने तक वे यहां जमे रहेंगे। वह रात रातभर कंपकंपाती सर्दी में खेतों में काम करने के आदि हैं, उन्हें सर्दी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। किसानों ने दोहराया कि वह अपने हक के लिए मरने के लिए भी तैयार हैं। उनके पास गर्म कपड़े लगातार पंजाब से पहुंचाए जा रहे हैं, वह कल बंद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। 
 


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Shivam

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