माली आत्महत्या मामले में वीसी और छात्र आमने-सामने, परिजनों का कहना- "हमें बस न्याय चाहिए"

punjabkesari.in Sunday, Oct 31, 2021 - 02:22 PM (IST)

रोहतक(दीपक): रोहतक एमडीयू में हुई माली की आत्महत्या मामले में परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है। आज एमडीयू वीसी राजबीर सिंह से मिलने आए परिजन उनके निवास स्थान के सामने ही बैठ गए लेकिन हवन में शामिल होने की वजह से वीसी साहब बाहर निकल कर नहीं आए। कई एमडीयू के कर्मचारी परिजनों से मिलने आए और आश्वासन देते रहे लेकिन परिजनों एक ही बात पर अड़े रहे कि उनको वीसी से बातचीत करनी है। बाद में वीसी ने आकर आश्वासन दिया और सिर पर हाथ रख कर चले गए। करीबन 30 मिनट छिड़ी इस तीखी बहस में कोई समाधान निकल कर सामने नहीं आए। 

24 अक्टूबर को एमडीयू के माली ने अंगोछे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट पर माली ने कंपनी व तीन पदाधिकारियों पर 3 महीने का वेतन नहीं देने व नौकरी से हटाए जाने का आरोप लगाया था। दरअसल माली आउटसोर्सिंग के तहत एमडीयू में तैनात हुआ था। मां का इकलौता बेटा विजय नगर निवासी सचिन उम्र 25 वर्ष,अपने घर में अकेला कमाने वाला था। मां भी एमडीयू में ही अनुबंधित सुरक्षा कर्मचारी है।

परिजनों के साथ इनसो ने भी न्याय की गुहार लगाई। इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देशवाल ने बताया की इतने सालों में उन्होंने पहली बार ऐसा देखा है जब  किसी अनुबंधित कर्मचारी ने आत्महत्या ही कर्मचारियों के दबाव में आकर की है। वो प्रदेश के मुख्यमंत्री से एक सवाल पूछते है की आखिर एमडीयू की कमान किनके हाथ में सौंप दी ? उन्होंने कहा युवक को रिश्वत देकर लगाया गया था और 3 महीने का वेतन भी उसको नहीं मिला था,जिससे वह परेशान था। वह परिवार को न्याय देने की गुहार लगाते हैं और जिन की संलिप्तता इसमें पाई गई है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हैं। 

वहीं सचिन शर्मा के दादा ने बताया कि शायद वह गरीब परिवार से हैं इसलिए उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है। इतना ही नहीं उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उनके पोते ने सुसाइड नोट में 3 नाम भी लिखे हैं जिनके खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही एमडीयू प्रशासन द्वारा भी नहीं हुई है,जिससे वो आहत है। 




(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Isha

Recommended News

Related News

static