जनता की सेवा और ज्यादा करेंगे, हम सेवा करके ही जन आशीर्वाद प्राप्त करते हैंः जे.पी दलाल

punjabkesari.in Tuesday, Nov 17, 2020 - 03:10 PM (IST)

चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): देश के कई हिस्सों में हुए चुनावों और उपचुनावों में भले ही नतीजे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रहे हों लेकिन दूसरे के पैरों पर खडी भा.ज.पा. सरकार के लिए बरौदा सीट उपचुनाव काफी अहम माना जा रहा था। भले ही इस सीट के जीत-हार से सरकार पर कोई असर न पडे लेकिन मौजूदा भाजपा विधायकों के जहन में यह बात आना लाजमी है कि कहीं जनता भा.ज.पा. से नाराज तो नही। हालांकि भाजपा नेता अपने उम्मीदवार को मिले वोटों को पहले से बेहतर बता रहे हों लेकिन काग्रंेस पार्टी लोगों को समझाने में काफी हद तक कामयाब रही है। बरौदा उपचुनाव के प्रभारी एवम् प्रदेश सरकार के कृषि मन्त्री जे. पी. दलाल ने कहा की  बऱौदा की जनता का धन्यवाद करता हूं कि शांतिपूर्ण मतदान हुआ। उन्होंने अपना प्रतिनिधि चुना और हमारे उम्मीदवार को भी अच्छे वोट दिए हैं। हमारे पार्टी को पहले कभी इतने वोट यहां से नहीं मिले और अब मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस के विधायक और हमारे प्रत्याशी योगेश्वर दत्त दोनों मिलकर बऱौदा में जो विकास की योजनाएं सरकार ने शुरू की हैं उन्हें पूरा करवाएंगे और विकास में सहयोगी बनेंगे।

जे पी दलाल का कहना है की हमारे वोटों में बहुत बढ़ोतरी हुई है। पचास हजार से ज्यादा मत हमें पहली बार यहां से मिले हैं जोकि लगभग 41 प्रतिशत हैं।ं पिछले विधानसभा चुनावों में हमें प्रदेश में 33-34 प्रतिशत ही वोट मिले थे और हमारी सरकार बन गई थी। यहां वोटों का धु्रवीकरण हुआ है। फिर भी मैं विपक्ष को जीत की बधाई देता हूं।आमतौर पर 35 से 40 प्रतिशत पर सरकार बन जाती है। यहां पर सीधा मुकाबला था। हमारे प्रत्याशी की बजाय दूसरे प्रत्याशी को ज्यादा वोट मिले। हमें सभी वर्गों से अच्छे वोट मिले। कांग्रेस ने वहां कृषि बिलों को लेकर दुष्प्रचार किया। मंडियों के बारे में, एम.एस.पी. के बारे में दुष्प्रचार किए। हालांकि हमारे मुख्यमंत्री ने यह तक कहा कि मंडी नहीं रही या एम.एस.पी. नहीं रही तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। लेकिन जो भ्रामक प्रचार विरोधियों ने किया उसके परिणाम के कारण हमारे प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा।

जे पी दलाल का कहना है की  जनादेश को स्वीकार करना चाहिए। वोट अच्छे मिले हैं। जीत की हमें उम्मीद थी। अगर भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार जीतता तो ज्यादा अच्छा होता। योगेश्वर दत्त का व्यक्तित्व बहुत बड़ा है, अंतरराष्ट्रीय पहलवान हैं, गोल्ड मेडलिस्ट हैं, पढ़े-लिखे इंसान हैं। लेकिन बऱौदा की जनता का फैसला भी हमें स्वीकार है। चाहे विधानसभा हो या लोकसभा इस क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार कभी नहीं जीता। पहले चार-पांच बार इ.ने.लो. और अब तीन बार से कांग्रेस उम्मीदवार यहां से जीते हैं। हुड्डा के गांव सांघी के पड़ोस में यह हल्का है। इसलिए उनका दुख-सुख में आना-जाना काफी ज्यादा है। इसी का लाभ उन्हें मिला है।

जे पी दलाल का कहना है की  सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास की है। इस नीति पर हम काम करते हैं और हमारा दृढ़ संकल्प है कि गुडगांव की तर्ज पर बरौदा को विकसित क्षेत्र बनाएंगे। यंहा पर दो एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं, यंहा यूनिवर्सिटी बने, महिलाओं के लिए कॉलेज हों, कारखाने लगें, रोजगार के ओर साधन उपलब्ध हों ऐसी हमारी सोच है। जनता की सेवा और ज्यादा करेंगे। हम सेवा करके ही जन आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसी के कारण दो बार हम सरकार बना चुके हैं और आज पूरे देश में मोदी जी जैसा कोई नेतृत्व नहीं है। बिहार, उतरप्रदेश, मध्य-प्रदेश, गुजरात के नतीजे भी हमारे पक्ष में आए हैं। हरियाणा की यह सीट जो हमारे लिए अवसर तो थी लेकिन चुनौती दी थी। इसके लिए हमने लोगों को समझाने का प्रयत्न किया था। लेकिन हम आगे भी प्रयास करते रहेंगे और अगली बार इस सीट को जीतेंगे। जे पी दलाल का कहना है की  दिल्ली अपने आप में बहुत प्रदूषित शहर है। यहां वायु, जल और ध्वनी प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा है। हरियाणा में भी कोई एकाध किसान पराली जला देता है। हालांकि हमने किसानों को जागरूक करने के लिए काफी योजनांए चलाई हैं, सब्सिडी पर बहुत सी मशीनें दी हैं। हम पलाली के लिए किसान को लाभकारी मूल्य दे रहे हैं। इस साल हमने पहले से ज्यादा हमने पराली खरीदी है और हमने पराली के उपयोग के लिए तरह-तरह की स्कीम बनाई है। मुझे लगता है कि भविष्य में हरियाणा का कोई भी किसान पराली नहीं जलाएगा।

  जे.पी. दलाल ने कहा की  हरियाणा सरकार किसान हितैषी फैसले लेने में कभी पीछे नहीं रहती। इस बार मीलो में 10-15 दिन पहले पिराई चालू करवा दी थी। प्रदेश सरकार ने गन्ने का भाव 10 रूपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 350 किया है जो कि देश में सबसे ज्यादा है। हमने किसान के रुकने के लिए, टॉयलेट के लिए अच्छे प्रबंध किए हैं। मीलो की कैपेसिटी बढ़ाने की भी योजना है और मीलों का घाटा पूरा करने के लिए गुड़ की तरफ ध्यान देने के लिए बोला गया है। हमारे प्रदेश में 14 मिलों में से केवल 1 मील की कुछ पेमेंट पेंडिंग है। जो कि अगले माह तक पूरी कर दी जाएगी। चाहे गन्ने की बात हो या बाजरे की हमारी पेमेंट बहुत अच्छी है। 3 साल पहले हमने एक लाख मैट्रिक टन बाजरा खरीदा था। पिछले साल तीन लाख मैट्रिक टन खरीदा गया। अबकी बार हम छह लाख मैट्रिक टन बाजरा खरीद चुके हैं। लगभग 13 सौ करोड़ का बाजरा हम खरीद चुके हैं। राजस्थान की मार्केट को अगर देखें तो हमने 500-600 करोड़ रुपए किसानों को अतिरिक्त दिए हैं।- किसान सम्बन्धि सभी लोन का 4 प्रतिशत ब्याज अपने बजट से देंने की हमारे मुख्यमन्त्री की इच्छा है। लेकिन कोरोना की वजह से प्रदेश सरकार का बजट खराब हो गया। सरकार को तनख्वाह देने के लिए भी ब्याज पर पैसा उठाना पड़ रहा है। जो कल्याणकारी योजनाएं सरकार करना चाहती थी नहीं कर पा रही है।

जे पी दलाल का कहना है की  तीन लाख तक का क्रॉप लोन अभी भी दे रहे हैं। तीन लाख तक के लोन में ब्याज की सब्सिडी अगर किसान समय पर अदा करे तो सात की जगह 4 प्रतिशत लगता है। हम इसे 0 प्रतिशत पर लाने की सोच रहे हैं। ज्यों ही आर्थिक हालात ठीक होंगे तो हमारे मुख्यमंत्री जी की इच्छा है कि इसे भी अपनी कलम से लागू करें। हमने पोर्टल पर रिक्वेस्ट की थी कि किसान भाई आढ़तियों के थ्रू पेमेंट लेना चाहते हैं या डायरेक्ट लेना चाहते हैं। लगभग दो तिहाई किसानों ने डायरेक्ट पेमेन्ट ली है। जो भी कर दी गई है जो कि लगभग धान की करीब 11 हजार करोड थी और बाजरे की भी पेमेंट की गई है। जे पी दलाल का कहना है की   किसान की उपज- खरीदार सरकार और पैसा कोई और ले जाए, यह कहां का न्याय है। यह किसान के साथ जुल्म है। किसान की गर्दन पकड़कर जो लोग व्यापार करना चाहते हैं, पूंजी का व्यापार करते हैं, जो ब्याज का काम करते हैं, किसान का शोषण होता है यह बिल्कुल गलत है और यह सरकार  का एक क्रांतिकारी कदम है।


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Isha

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