कृषि बिलों को लेकर महिला मंत्री का घेराव, काफिले को रोकने के लिए सड़क पर लेटे किसान

punjabkesari.in Saturday, Dec 26, 2020 - 12:43 PM (IST)

कलायत: दिल्ली कूच कर रहे किसानों के कारवां ने कलायत में चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग पर कृषि बिलों के मुद्दे को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा का घेराव किया। इससे पहले उन्होंने कैथल में आयोजित सु-शासन दिवस पर शिरकत करने के साथ-साथ शहर में रह ही मटौर गांव की होनहार खिलाड़ी मनीषा मौण का उनके घर द्वार पर पहुंचकर खेलों में बढ़ावा देने के लिए सम्मान किया था।

दोपहर करीब 1 बजे महिला मंत्री कलायत स्थित लोक निर्माण विश्राम गृह से हलके के गांव लांबा खेड़ी में शिक्षक के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए निकली थी। इस दौरान मुख्य मार्ग पर उनका सामना ट्रैक्टर-ट्रालियों से दिल्ली पड़ाव में शामिल होने जा रहे कलायत क्षेत्र के किसानों से हुआ। मंत्री के काफिले को देखकर किसानों ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। काफिले को रोकने के लिए किसान सड़क पर लेट गए। कलायत थाना प्रभारी जयवीर सिंह ने मंत्री के सुरक्षा कर्मियों के साथ वाहनों के काफिले को सुरक्षित गंतव्य स्थान की तरफ निकाल दिया। जबकि किसानों का दल दिल्ली की तरफ रवाना हो गया।

किसानों का कहना था कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक हरियाणा सरकार मेें सांसदों, मंत्री विधायकों और दूसरे पदाधिकारियों का विरोध जारी रहेगा। शुक्रवार को कलायत क्षेत्र के किसान दिल्ली कूच के लिए लोक निर्माण विश्राम गृह के पास ट्रैक्टर-ट्रालियों पर विरोधस्वरूप तख्ती, बैनर और दूसरी प्रचार सामग्री लगवा रहे थे। जैसे ही उन्हें महिला मंत्री के विश्राम गृह में आने की सूचना मिली वे घेराव के लिए लामबंद हो गए। 

किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर हैं पी.एम. और सी.एम. : ढांडा 
 महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि जो दायित्व हलका वासियों ने उन्हें सौंप रखा है उसका संजीदगी से वे निर्वहन कर रही हैं। कितनी भी मुश्किलें आएं वे बेटी की तरह सम्पूर्ण इलाके की बात सरकार के समक्ष रखती रहेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस पक्ष में हैं कि सौहार्द पूर्ण माहौल में किसानों के मुद्दों का हल हो। वार्ता के लिए सरकार ने किसानों को आमंत्रित भी किया है।


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Isha

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