खतरनाक स्मॉग हुआ शुरू, ‘मौसम में परिवर्तन होने से बनता है जहरीला धुआं

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 10:54 AM (IST)

हिसार (रमनदीप) : सर्दियों की शुरूआत होने के साथ ही जहरीला धुआं भी आमजन को परेशान करना शुरू कर देता है। इस जहरीले धुएं की अलग-अलग वजहें बताकर एक दूसरे पर दोषारोपण भी शुरू हो जाता है। वाहन, इंडस्ट्री के अलावा धान की पराली जलाने की घटनाओं के कारण मौसम में धुएं की मात्रा बढ़ जाती है और चारों तरफ जहरीला स्मॉग पूरे वातावरण में फैल जाता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अक्सर इस दिनों में पैदा होने वाली जहरीले स्मॉग का कारण मौसम में होने वाला परिवर्तन होता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस दौरान मौसम में कुछ घटकों के एक साथ मिल जाने से यह समस्या पैदा होती है।

कम तापमान में नमी वाली मंद हवा व बादलवाई में धुएं के जमा होने से बनता है स्मॉग
जहरीला स्मॉग इन महीनों में होने वाला मौसम परिवर्तन सबसे अहम वजहों में से है। एच.ए.यू. से मौसम वैज्ञानिक डा. एम.एल. खिचड़ के अनुसार इन दिनों सॢदयों की शुरूआत होने वाली होती है जिसके कारण न्यूनतम तापमान हर रोज कम होता जाता है। इसके अलावा हवा की रफ्तार भी कम होती है और हवा में नमी भी बढ़ जाती है। परिणामस्वरूप धुआं इन सबके बीच में फंस जाता है। इसके अलावा मौसम में बादलवाई होने के कारण भी धुआं ऊपर नहीं जा पाता और वहीं फंसा रहता है जहां पर हम सांस लेते हैं। प्रदूषण से इस दौरान मौसम परिवर्तन से ही राहत मिल सकती है। बारिश हो या उत्तर पूर्व की तरफ से तेज हवा चले धुआं छंट जाता है। इसके अलावा मौसम में बादलवाई छंट जाए तो धुआं अपने आप साफ हो जाता है।

बुधवार को भी पी.एम. लैवल रहा 500 पार
बुधवार को भी प्रदूषण लेवल 520 तक पहुंच गया। मौसम में बादलवाई के कारण पिछले 3 दिन से जहरीले स्मॉग बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिन में कहीं-कहीं जिले में हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा तेज हवा के कारण मौसम साफ होने की उम्मीद है। 

आंखों में जलन हुई तेज
लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के कारण सांस रोगी व आंखों में जलन की परेशानी बढ़ रही है। खासतौर से सुबह और रात्रि के समय ये दिक्कत ज्यादा हो रही है। रात्रि के समय कुछ किलोमीटर चलना दूभर हो जाता है। नेत्र रोग विशेषज्ञों की बात करें तो इन दिनों आंखों में स्मॉग के कारण जलन होने के कारण ज्यादा मामले आ रहे हैं। 

पर्यावरण प्रदूषण से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
पंजाब और हरियाणा के ज्यादातर शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खतरनाक स्तर पर है। वर्तमान में देश की 40 प्रतिशत से अधिक आबादी जहरीली हवा में सांस ले रही है। पराली प्रदूषण के कारण ही लगभग 2 लाख करोड़ का नुक्सान हो रहा है।


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Isha

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