थैलीसीमिया पीड़ित बच्ची को चढ़ाना था ब्लड, नर्स ने पकड़ी गलती

punjabkesari.in Friday, Jan 03, 2020 - 02:36 PM (IST)

हिसार (ब्यूरो) : सिविल अस्पताल और विवादों का चोली-दामन का साथ है। वहां वीरवार को लापरवाही का नया मामला सामने आया। अस्पताल में थैलीसीमिया पीड़ित बच्ची के लिए ब्लड बैंक से एक यूनिट बी पॉजीटिव ब्लड मंगाया गया। वहां से ब्लड तो बी पॉजीटिव भेजा गया। मगर उसके साथ स्लिप बी निगेटिव की भेज दी गई। इससे एक बारगी भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। वार्ड में तैनात नर्स की सूझबूझ से मामले का पटाक्षेप हुआ।

श्यामलाल ढाणी निवासी एक व्यक्ति की 7 साल की बेटी थैलीसीमिया पीड़ित है। वह बच्ची को सुबह सिविल अस्पताल में लेकर पहुंचे। फिजिशियन ने बच्ची में 2 ग्राम से कम खून होने के कारण उसे ब्लड चढ़ाने के लिए स्टाफ को बोला। वार्ड-11 की स्टाफ नर्स ने अस्पताल परिसर के ब्लड बैंक से एक यूनिट बी पॉजीटिव ब्लड मंगवाया। परिजन कुछ देर बाद ब्लड लेकर आ गए। नर्स कुछ देर बाद बच्ची को ब्लड को चढ़ाने लगी तो वह स्लिप देखकर दंग रह गई। क्योंकि उस पर बी नैगेटिव लिखा था। नर्स ने उसके बाद बच्ची को खून चढ़ाने से मना कर दिया। 

उसके बाद नर्स स्लिप और ब्लड यूनिट लेकर ब्लड बैंक में पहुंच गई। वहां तैनात स्टाफ से मामले के बारे में पूछा। तब स्टाफ सदस्य ने रिकॉर्ड चैक किया। रिकॉर्ड के अंदर ब्लड बी पॉजीटिव लिखा था। मगर उसके साथ दी गई स्लिप पर बी नैगेटिव अंकित था। तब स्टाफ ने नैगेटिव शब्द काटकर उसकी जगह पॉजीटिव शब्द लिखा। स्टाफ सदस्य ने इसे मानवीय भूल बताया। बेशक स्लिप पर ही गलत लिखा था, मगर इसके कारण परिजनों और स्टाफ को परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में स्थिति स्पष्ट होने पर बच्ची को खून चढ़ाया गया। उसके बाद बच्ची को राहत मिली।


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Isha

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